दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं राज्यपाल आनंदीबेन, कहा- हर क्षेत्र में बुलंदियों को छू रही बेटियां

गोरखपुर- 18 सितम्बर।उत्तर प्रदेश के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित 42 वां दीक्षांत समारोह सोमवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस दौरान शैक्षणिक सत्र 2022-23 के स्नातक के मेधावियों को कुल 32 स्वर्ण पदक प्रदान किये गए। राज्यपाल के हाथों पदक पाकर मेधावियों के चेहरे खिल उठे। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, कुलपति प्रो. पूनम टंडन भी उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम की शुरुआत विद्वत पदयात्रा से हुई। राष्ट्रीय गीत गायन के बाद कुलाधिपति ने जल संचयन कर समाज को जल संरक्षण का संदेश दिया। हरित फल देकर कुलपति ने कुलाधिपति तथा विशिष्ठ अतिथि का स्वागत किया।

राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उपाधि और पदक प्रदान करने के बाद सभी विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज सभी युवा हमारे भारत के मार्गदर्शक हैं। राष्ट्र की गौरवशाली यात्रा के आशा की किरण है। इतिहास के प्रत्येक काल खंड में समाज के सशक्तिकरण में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन युवा शक्ति करती रही है। युवाओं की सक्रियता और समर्पण का प्रभाव भारत के लोकतंत्र के सशक्तिकरण में भी रहा है। युवा शक्ति के रूप में हमारी बेटियां भी हर क्षेत्र में बुलंदियों छू रही हैं। नारी शक्ति ने हमेशा राष्ट्र शक्ति को जागृत किया है।

उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में हमारी बेटियां नए-नए पराक्रम दिखा रही हैं। भारत का मिशन चंद्रयान नारी शक्ति का उदाहरण है। इस पूरे मिशन से अनेक महिला साइंटिस्ट और इंजीनियर ने सीधे तौर पर जुड़ी रही। लखनऊ यूनिवर्सिटी की दो बेटियां चंद्रयान-3 में काम कर रही हैं। यह शक्ति इधर भी है इसे पहचानो। उन्होंने कहा कि आज की अर्थव्यवस्था तीव्र गति से बढ़ रही है। भारत विश्व की शीर्ष पांच अर्थव्यवस्था में शामिल है। आप शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने पर ध्यान देने के साथ ही देश की संस्कृति और मूल्य और परंपराओं से भी जुड़े रहें। आपके मूल्य ना केवल दुनिया के लिए आपकी पहचान है, बल्कि यह आपके माता-पिता, शिक्षकों और देश की भी पहचान है। इसलिए सबको चरित्र निर्माण ध्यान देना चाहिए। राज्यपाल ने शिक्षकों कि ओर इशारा करते हुए कहा कि अध्यापक और विद्यार्थियों के बीच संवाद बहुत आवश्यक है, जिससे हर समस्या का समाधान हो सकता है।

नैक मूल्यांकन में ए प्लस प्लस की दी बधाई, कहा यहीं रुकना नहीं

कुलाधिपति ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय ने नैक मूल्यांकन के 3.78 सीजीपीए के साथ ए डबल प्लस ग्रेड प्राप्त करके प्रदेश का सम्मान बढ़ाया है। ए डबल प्लस ग्रेड होने के बाद संतोष नहीं करना है, अभी आपको और आगे जाना है। उन्होंने कहा कि इसी तरह क्यूएस रैंकिंग, एशिया रैंकिंग और वर्ल्ड रैंकिंग के लिए भी हमें प्रयास करना है।

नेपाल के साथ एमओयू करें

उन्होंने कहा कि नेपाल बॉर्डर हमारे नजदीक है उनके साथ भी एमओयू साइन करके आपको वर्ल्ड रैंकिंग में रैंक लाने का प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि हमने पिछले 5 साल से यह ट्रेंड देखा है कि सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल महिलाओं को मिलता रहा है। आज भी वही हुआ। मुझे तो लगता था कुछ तो परिवर्तन आएगा, लेकिन आजकल महिलाओं का ही बोलबाला है। उन्होंने कहा कि नारी सशक्तिकरण तो हो रहा है, परन्तु नर सशक्तिकरण कब होगा? अब देखिए इस स्टेज पर तीन महिलाएं ही है, कोई पुरुष नहीं है। गोल्ड मेडल में भी सभी बेटियां…..तो चिंता तो होती ही है।

जी-20 के सफल आयोजन से पूरी दुनिया में भारत की छवि बदली

उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के सामने मौजूद चुनौतियों के समाधान के लिए युवाओं को कुछ नया है। 09 सितंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता की गई। इसमें दुनिया के सक्षम और विकसित देशों ने सहभागिता की। दुनिया के सामने भारत की मजबूत छवि स्थापित हुई। सम्मेलन में शामिल देशों ने बदलते भारत के बदलती तस्वीर को भी देखा।

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Author: lakshyatak

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