केन्द्र सरकार मनरेगा को समाप्त करने की साजिश कर रहीः भाकपा

मधुबनी- 13 सितंबर। बिस्फी प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय के परिसर मे सीपीआई के द्वारा विभिन्न जन समस्याओं को लेकर एकदिवसीय धरना दिया गया। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता रामेश्वर महतो ने किया। कार्यक्रम का संचालन अंचल मंत्री महेश यादव ने किया। मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जन समस्याओं को लेकर आवाज बुलंद की। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पार्टी जिला मंत्री मिथिलेश झा ने कहा कि सभी बास भूमिहीनों को पांच डिसिमल जमीन देने का कानून बिहार सरकार में है। अंचल कार्यालय से संबंधित कामों के लिए बिचोलिए का सहारा लेना पड़ता है। बिहार सरकार का अभियान बसेरा के तहत हम सभी पंचायतों में बास योग्य भूमिहीनों को लेकर संगठित रूप से आंदोलन को तेज करेंगें। आज ग्रामीण भारत में बेरोजगारी चरम पर है। मनरेगा को केंद्र सरकार समाप्त करने की बहुत बड़ी साजिश कर रही है। लगातार मनरेगा के बजट में कटौती से महंगाई के मार से परेशान मजदूर किसान आत्महत्या कर रहे है। केन्द्र सरकार मंदिर को सजाने में व्यस्त है। केन्द्र की बीजेपी सरकार देश के सरकारी संपत्ति को बेचने पर लगी हुई है। इंडिया गठबंधन से केन्द्र सरकार डरी हुई है। सरकार के योजनाओं में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है। भोगेन्द्र झा एवं राजकुमार पूर्वे का बिस्फी कर्म क्षेत्र रहा है। दुख की बात है कि बिस्फी के प्रतिनिधि आमलोगों के सवालों को लेकर कभी भी आवाज नहीं उठा रहे है। पार्टी जिला सचिव मंडल सदस्य मनोज मिश्र ने कहा कि मधुबनी जिला सहित बिस्फी में कई ऐसी समस्याएं है। जिसे तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है। केन्द्र सरकार भारतीय संविधान को बदलना चाहती है। पार्टी द्वारा राज्यव्यापी धरना का मुख्य मांगों में सभी गरीबों को राशन कार्ड,पेंशन तीन हजार मासिक करने,मनरेगा मजदूरों का दैनिक मजदूरी छह सौ दैनिक एवं वर्ष में 200 दिन मजदूरी की गारंटी करने सहित अपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने,स्वास्थ्य एवं शिक्षा में मूलभूत सुधार लाने के मांग शामिल है.धरना में पार्टी जिला परिषद सदस्य रामेश्वर प्रसाद महतो,लाल बाबू अकेला ,राजातन महतो,देवेन्द्र यादव, बालबोध यादव,साधु पासवान,शंकर यादव,अभिमन्यु यादव,धीरज मणि पासवान,सुरेश यादव,अरुण पंडित,अरुण यादव,सुनीता देवी,अनीता देवी सहित कई लोग संबोधित किए। पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल द्वारा प्रखंड विकास पाधिकारी को स्मार पत्र सोपा।

lakshyatak
Author: lakshyatak

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!