सुकमा-08 फरवरी।छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कुकानार थाना क्षेत्र में सक्रिय सात नक्सलियों ने पुलिस एवं सीआरपीएफ अधिकारी के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। यह नक्सली इलाके में लंबे समय से सक्रिय थे। जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे पुना नर्कोम अभियान” नई सुबह, नई शुरूवात से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, विचारधारा एवं उनके शोषण,अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े 07 नक्सलियों नेमंगलवार को सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्म समर्पण किया है।
नक्सली सभी डीएकेएमएस सदस्य स्थायी वारंटी है।सभी आत्म समर्पित नक्सली कुंजामी कोसा पिता कुंजामी जोगा, उम्र 23 वर्ष निवासी कुन्दनपाल, कुंजामी गंगा पिता कुंजामी डोया उम्र 31 वर्ष निवासी कुन्दनपाल, नागेश वंजामी पिता गंगा वंजामी उम्र 25 वर्ष निवासी मुण्डुम, कवासी हिंगा पिता कवासी जोगा उम्र 31 वर्ष निवासी जंगमपाल, सोढ़ी लखमा पिता सोड़ी पाण्डू ईनामी 2 हजार पुलिस अधीक्षक सुकमा द्वारा उम्र 44 वर्ष निवासी जंगमपाल, संघम सदस्य, स्थायी वारंटी करटामी हुंगा पिता करटामी गंगा उम्र 20 वर्ष निवासी मुण्डुम कुंजामी जायके पिता बुधरा उम्र 45 वर्ष निवासी जंगमपाल थाना कुकानार जिला सुकमा के है। मंगलवार को नक्सल ऑप्स कार्यालय सुकमा में सीआरपीएफ 226 वाहिनी कमांडेन्ट कुलदीप कुमार जैन, टूआईसी 226 वाहिनी अजीत भाटी, सुकमा एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार, एएसपी रोहित शुक्ला के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
एसडीओपी परमेश्वर तिलकवार बताया कि नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे “पुना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर सात स्थाई वारंटी नक्सलियों ने पुलिस एवं सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने बताया शासन की पुनर्वास नीति के तहत आत्म समर्पित नक्सली को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय की जाएगी।