मधुबनी- 13 नवंबर। प्रख्यात समाजवादी चिंतक एवं हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिक लाल मंडल का 90 वर्ष की आयु में 13 नवंबर रविवार को देर शाम हरियाणा के चंडीगढ़ में निधन हो गया। धनिक लाल मंडल का जन्म 30 मार्च 1932 को बिहार के मधुबनी जिला अंतर्गत घोघरडीहा प्रखंड के बेलहा गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। वे एक स्वतंत्रता सेनानी और सच्चे राष्ट्रभक्त थे।
बिहार में समाजवादी धारा के अग्रणी नेताओं में से एक थे। तीन बार विधायक और दो बार झंझारपुर के सांसद रह चुके हैं। पहली बार 1967 में लौकहा से चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा के स्पीकर बने। 1977-84 तक झंझारपुर लोकसभा के सांसद रहे। वर्ष 1977-79 केंद्र में मुरारजी देसाई की सरकार में गृहराज्य मंत्री रहे। वर्ष 1990-95 हरियाणा के राज्यपाल रहे। इस दौरान राजस्थान के भी कार्यकारी राज्यपाल रहे। दिवंगत नेता अपने पौत्र अधिवक्ता विशाल रंजन के साथ हरियाणा के चंडीगढ़ में ही रहते थे।
स्वः मंडल अपने पीछे दो पुत्र एक पुत्री और नाती पोता का भरापूरा परिवार छोड़ गए है। उनके बड़े पुत्र भारत भूषण मंडल लौकहा से राजद के विधायक हैं। जबकि छोटे पुत्र अशोक कुमार मंडल सेवानिवृत्त अधिकारी है। पुत्रवधू रागिनी देवी जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी है। वहीं उनके चचेरे पुत्रवधू शीला मंडल फुलपरास से विधायक और बिहार सरकार के परिवहन मंत्री हैं। उनके निधन से मिथिलांचल सहित मधुबनी जिला शोक में डूब गया है। हर कोई सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर स्वर्गीय मंडल को श्रद्धांजलि अर्पित किया है। दिवंगत नेता का अंतिम संस्कार 15 नवंबर मंगलवार को दिन के 11 बजे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव बेलहा बथनाहा में किया जाएगा।
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