पटना- 18 जनवरी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को ‘समाधान यात्रा’ के दौरान बक्सर जिले का भ्रमण कर विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का निरीक्षण किया। यात्रा के दौरान पत्रकारों से बातचीत में राजद नेता सुधाकर सिंह और सुरेंद्र प्रसाद के बयान पर कहा कि कौन क्या बोल रहा है इस पर मेरा कोई ध्यान नहीं है। राजद के द्वारा सुधाकर सिंह को नोटिस दिये जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वो तो ठीक ही है, सब बातें आपलोगों को मालूम ही है।
बिहार में जैविक खेती के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जैविक खेती को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। जैविक खेती से लोगों की आमदनी काफी बढ़ेगी। जंगली जानवरों से फसल को होने वाले नुकसान से बचाने को लेकर सरकार किसानों की मदद करेगी। हाजीपुर के बाद बक्सर में बड़े पैमाने पर केला लगाये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो बहुत ही अच्छा लग रहा है। बक्सर खेती के लिए मशहूर जगह है। यहां धान के साथ सब चीजों की खेती होती है।
सीएम ने कहा कि जैविक खेती की सुरक्षा को लेकर सरकार किसानों की मदद करेगी। काफी पढ़े लिखे लोग भी अब खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं यह देखकर अच्छा लग रहा है। हमारा शुरू से ही प्रयास रहा है कि लोगों की स्थिति को बेहतर किया जाये। बिहार में पहले की तुलना में खेती बढ़ी है। जैविक खेती से होने वाले उत्पादन को खाने से लोगों का स्वास्थ्य भी अच्छा भी रहेगा। लोगों को बीमारी कम से कम होगी।
नीतीश ने कहा कि वर्ष 2008 में ही हमलोगों ने बिहार में कृषि रोडमैप पर काम करना शुरू कर दिया था। अभी चौथे कृषि रोडमैप को लेकर तैयारी चल रही है। अभी एक बार और पूरे बिहार के किसानों के साथ संवाद कर चौथे कृषि रोड मैप को अंतिम रूप दिया जायेगा। इसी साल के अप्रैल से चौथा कृषि रोड मैप लागू हो जायेगा।
लोगों के बीच नहीं जाने के विपक्ष के आरोप पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शुरू से ही लोगों के बीच जाते रहे हैं। एमएलए, एमपी, केंद्र सरकार में मंत्री रहने के दौरान भी हम लगातार जनता के बीच जाते रहे हैं। अभी बिहार के लोगों का काम करने के दौरान भी हम लगातार लोगों के बीच जाते रहते हैं। लोगों के बीच जाने से ही आयडिया होता है लोगों के लिए और क्या काम करना चाहिए। कहीं से कोई समस्या सामने आती है तो हम उसको लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा करते हैं और उनको सुझाव देते हैं।
सीएम ने कहा कि आने वाले समय में बिहार के किसानों को काफी फायदा होगा। बिहार में 75 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर हैं। खेती में लगे सभी लोगों के लिए हमलोग काम करते हैं। लोगों की आमदनी बढ़ेगी तो वे लोग अपने बच्चों को अच्छे तरीके से पढ़ायेंगे। बच्चे-बच्चियां पढ़ेगी तो आगे बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के अधिकतम लोग शराबबंदी के पक्ष में हैं। कुछ लोग तो किसी चीज के खिलाफ में होते ही हैं, ऐसे लोगों को भी समझाने का प्रयास करते रहना चाहिए।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाता तो इसका काफी विकास हो जाता। अभी कई काम बिहार सरकार को खुद करनी पड़ती है। अगर विशेष राज्य को दर्जा मिल जाता तो बिहार इतना विकसित हो जाता जिसकी कल्पना आप नहीं कर सकते हैं।
