भारत और तंजानिया के घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला

दार-एस-सलाम (तंजानिया)- 18 जनवरी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल (आईपीडी) बुधवार को पूर्वी अफ्रीका यात्रा के दूसरे चरण में तंजानिया की राजधानी,दार-एस-सलाम पहुंचा। हवाई अड्डे पर तंजानिया सरकार और तंजानिया में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों ने बिरला और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों का स्वागत किया।

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने तंजानिया की संसद के अध्यक्ष डॉ तुलिया एक्सन से से मुलाकात की और उनके साथ विचार-विमर्श किया। बिरला ने कहा कि भारत और तंजानिया के पारंपरिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं और दोनों देशों के संबंध साझे मूल्यों, उपनिवेशवाद के विरुद्ध संघर्ष की विरासत और देशवासियों की प्रगति और समृद्धि की प्रबल इच्छा पर आधारित हैं। बिरला ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि तंजानिया की विकास यात्रा में भारत हमेशा से एक विश्वसनीय भागीदार रहा है।

बिरला ने दोनों देशों के बीच पारंपरिक रूप से घनिष्ठ, मैत्रीपूर्ण और सहयोगपूर्ण संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों देशों के संबंधों का विस्तार नवाचार और प्रौद्योगिकी के नए क्षेत्रों में भी किया जाना चाहिए। बिरला ने कहा कि इस समय, भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जिसमें आगे बढ़ने की क्षमता है और अफ्रीका महाद्वीप में तंजानिया सबसे महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है। इसलिए आर्थिक क्षेत्र में भारत और तंजानिया की साझेदारी से दोनों देशों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।

तंजानिया में आईआईटी की स्थापना का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारत के बाहर पहला आईआईटी तंजानिया में स्थापित किया जा रहा है। इससे तंजानिया के मानव संसाधन विकास में मदद मिलेगी। दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारत और तंजानिया के बीच रक्षा साझेदारी समय के साथ बढ़ी है और यह और मजबूत होगी।

भारत की जी-20 की अध्यक्षता का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारत इस शिखर सम्मेलन में विकासशील देशों और ग्लोबल साउथ के सरोकारों को सामने रखने का प्रयास करेगा। प्रवासी भारतीयों के योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि तंजानिया में भारतीय मूल के लोग देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बिरला ने कहा कि उच्च स्तरीय यात्राओं से राजनीतिक और संसदीय संबंध मजबूत होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की संसद संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के आपसी आदान-प्रदान और यात्राओं का समर्थन करती है।

बिरला ने जंजीबार के स्पीकर से मुलाकात की

बैठक के दौरान बिरला ने जंजीबार हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर, जुबैर अली मौलिद से भी मुलाकात की। इस दौरान बिरला ने कहा कि कई भारतीय जंजीबार में बस गए, जिससे दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का विकास हुआ। बिरला ने इस बात का उल्लेख भी किया कि वर्ष 1974 में, भारत जंजीबार में कोंसुलेट खोलने वाला पहला देश था, जिसके कारण भारत और जंजीबार के बीच कई उच्च स्तरीय राजनीतिक यात्राएं हुईं।

प्रथम विश्व युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

बिरला और भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने दार एस सलाम में राष्ट्रमंडल वार सिमिटरी में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। बाद में बिरला ने दार एस सलाम में मीडिया से बातचीत की।

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Author: lakshyatak

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