पटना- 19 जनवरी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को ‘समाधान यात्रा’ के दौरान भोजपुर जिले में विभिन्न विभागों के अंतर्गत चल रही विकास योजनाओं का जायजा लिया। निरीक्षण और भ्रमण के पश्चात मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जीविका दीदियों के कहने पर ही बिहार में शराबबंदी लागू की गई। शराबबंदी को लेकर जीविका दीदियां काफी अलर्ट रहती हैं। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के धरने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको आपलोग सलाह दीजिए कि वे कोई और काम न करके यह सब करते रहें। इससे उनकी पार्टी उन्हें अधिक तवज्जो देगी।
बिहार में नीली क्रांति की शुरुआत होने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो-जो चीजें शुरू की गई हैं, उन्हीं सब को विभिन्न जगहों पर जाकर हमलोग देख रहे हैं। यहां भी हमने आकर देखा है, बहुत अच्छा काम हो रहा है। जीविका की दीदियों को जो जिम्मेदारी हमलोगों ने दी है उसको वो लोग बेहतर तरीके से कर रही हैं। सभी जीविका दीदियां काम करने में लग गई हैं तो कितना अच्छा लग रहा है। इससे उनकी आमदनी भी बढ़ी है। पहले बिहार में बाहर से मछली लायी जा रही थी। पहले बिहार की क्या हालत थी । जब हमलोगों ने कृषि रोडमैप के तहत मछली पालन शुरू कराया तो कितना फायदा हुआ है। तीसरे कृषि रोडमैप में यह लक्ष्य निर्धारित किया गया था कि बिहार में जितना मछली के उत्पादन की जरूरत है, वह पूरा कर लिया जायेगा। उसी के अनुरूप अभी बहुत कम काम बचा हुआ है, इस साल वो लक्ष्य भी पूरा हो जायेगा। अब बिहार से भी मछली दूसरी जगहों पर भेजी जा रही है।
इको टूरिज्म से संबंधित सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। जितने लोग आएंगे और इसे देखेंगे उससे लाभ ही होगा। मिथिलांचल, चंपारण और उसके बाद अब शाहाबाद में मछली पालन किए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों का उद्देश्य है कि पूरे बिहार में यह काम हो। अब तक तीन कृषि रोड मैप का काम पूरा हुआ है। चौथे कृषि रोडमैप का काम शुरु होने वाला है। हर क्षेत्र में और क्या काम आगे होना चाहिए, उसी को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। इतना काम कर दिया जायेगा कि आगे और कुछ करने की जरूरत न हो। हमलोगों की सोच है कि जो भी काम हो वह ठीक से हो और उसका मेंटेनेंस भी हो। मेंटेनेंस नहीं होने से नुकसान होता है। इन सभी चीजों के लिए ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने ग्राम पंचायत संदेश के तीर्थकौल गांव पहुंचे और वहां के किसानों एवं ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिये। सतत जीविकोपार्जन योजना की लाभार्थी जीविका दीदियों से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की और उनके द्वारा लगाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने जीविका समूह को 81 लाख 31 हजार रुपये का सांकेतिक चेक भी प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने भोजपुर जिले के कोईलवर प्रखंड की कुल्हड़िया पंचायत के सकड्डी ग्राम में त्रिशा, त्रिशान इंडस्ट्री के तहत स्थापित एक्वाकल्चर पौंड एंड बायोफ्लॉक फिश फार्मिंग प्रशिक्षण एवं रिसर्च केंद्र का फीता काटकर उद्घाटन किया। उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने तालाब में मछली डालकर इस सेंटर में मछली पालन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने फिश कोल्ड रूम का जायजा लिया। उन्होंने प्रशिक्षण एवं रिसर्च केंद्र का भी निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं और किए जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने कोईलवर प्रखंड के धण्डीहा ग्राम स्थित मिशन कायाकल्प के तहत राजकीयकृत प्लस टू विद्यालय का निरीक्षण किया। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पंकज कुमार सिंह ने वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बच्चों से पढ़ाई के संबंध में चर्चा की।
