मधुबनी- 26 अगस्त। 35 वर्षो के बाद सड़क से जुड़े थे, दो हजार आबादी वाला घोघरडीहा प्रखंड क्षेत्र का कालीपुर गांव एक वर्ष बाद ही पुनः सड़क संपर्क भंग हो गया। जिससे इस सड़क निर्माण में हुई भ्रष्टाचार स्वतः उजागर हो गया है। बतादें कि ग्यारह करोड़ की लागत से एक वर्ष पूर्व निर्मित इस्लामपुर कालीपुर होते हुए परसा खटवे टोल तक जाने वाली 1.6 किलोमीटर सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। दिसम्बर 2020 में सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ। तथा अप्रैल 2022 में सड़क का उद्घाटन हुआ और अगस्त 2023 में भुतही बलान में आई बाढ़ की पानी को भी सड़क झेल नही पाया। ग्यारह करोड़ में दो बड़ी आरसीसी पुल और एक छोटी आरसीसी पुलिया सहित 1.6 किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ था। कालीपुर हनुमान मंदिर के निकट पुलिया के अप्रोच पथ पूरी तरह से धस गया है जबकि तटबंध के निकट निर्मित पुल का अप्रोच भी टूटकर छतिग्रस्त हो गया है। शुक्रवार की देर शाम भुतही बलान में भीषन बाढ़ आई थी जिसमे इस्लामपुर कालीपुर सड़क के ऊपर तीन से चार फीट पानी का बहाव था। सुबह होते होते डेढ़ किलोमीटर के दायरे में दर्जन भर जगहों पर सड़क टूटकर पानी मे बह गया। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य के समय ही गुणवत्ता में अनदेखी को लेकर विभागीय अधिकारियों को ध्यान आकृष्ट कराया था लेकिन विभागीय अभियंताओं ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिसके परिणाम यह हुआ कि पुल का अप्रोच सहित दर्जन भर जगह सड़क टूट गया। सड़क के टूटने से कालीपुर के दो हजार आवादी का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क पूरी तरह से भंग हो गया है। ग्रामीणों की सूचना पर ग्रामीण कार्य विभाग फुलपरास के सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार टुटान स्थल पर पंहुचकर इसका निरीक्षण किया और तत्काल सड़क मरमति का कार्य कराकर सड़क संपर्क बहाल करने की बात बताया। बता दें कि 35 वर्षो के बाद कालीपुर के लोगो को सड़क संपर्क बहाल हुआ था जो एक वर्ष में ही पुनः टूट गया। वर्ष 1987 में आई प्रलंयकारी बाढ़ में कालीपुर धनखोर का सड़क पूरी तरह से पानी मे बह गया था, तब से गांव के लोगो को प्रखंड मुख्यालय आने के लिए न तो सड़क था न ही भुतही बलान नदी में पुल था। ग्रामीण चचरीपुल बनाकर अपने गंतव्य स्थान तक आते जाते थे। वर्ष 2019 ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां पुल और सड़क निर्माण कराने की घोषणा किया जो वर्ष 2022 में पूरा हुआ और 2023 में सड़क पुनः टूट गया।
