ढाका- 06 अगस्त। बांग्लादेश में तख्तापलट और हिंसा भड़कने के बाद भारत-बांग्लादेश सीमा पर 250-300 भारतीय ट्रक फंसे हुए हैं। वहीं हिंसक भीड़ ने ढाका स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र और चार हिंदू मंदिरों पर हमला किया है। इन हमलों में मंदिरों को मामूली नुकसान हुआ है। कुछ हिंदुओं को भी निशाना बनाए जाने की सूचना है।
ट्रकों की आवाजाही रूकने पर पेट्रापोल के क्लीयरिंग एजेंट्स स्टाफ वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव कार्तिक चक्रवर्ती ने बताया कि पेट्रापोल लैंड पोर्ट से माल की आवाजाही सोमवार को रुकने से ट्रकों की आवाजाही बंद हो गई है।
बांग्लादेश के हिंदू, बौद्ध और ईसाई एकता परिषद के नेता काजोल देबनाथ ने बताया है कि देश के चार मंदिरों पर हमले हुए हैं। इन हमलों में मंदिरों को मामूली नुकसान हुआ है।
प्रधानमंत्री हसीना के सत्ता से हटने के बाद हिंदू समुदाय के लोगों में स्थिति को लेकर डर है, लेकिन अभी तक कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई है। भीड़ द्वारा निशाना बनाए गए भारतीय सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन मार्च 2010 में हुआ था। इस केंद्र में योग, हिंदी, भारतीय शास्त्रीय संगीत और भारतीय नृत्य कलाओं के बारे में जानकारी और प्रशिक्षण दिया जाता है। इस केंद्र के पुस्तकालय में भारत से संबंधित 21 हजार पुस्तकों का भी संग्रह है।
बांग्लादेश में हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा पर पेट्रापोल लैंड पोर्ट से माल की आवाजाही सोमवार को रुक गई। पेट्रापोल के क्लीयरिंग एजेंट्स स्टाफ वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव कार्तिक चक्रवर्ती ने बताया कि बांग्लादेश की ओर 250-300 भारतीय ट्रक फंसे हुए हैं।
पेट्रापोल भारत-बांग्लादेश की सीमा पर स्थित लैंड पोर्ट है। चक्रवर्ती ने कहा कि हम बांग्लादेश के नए प्रशासन से ट्रकों, माल और ड्राइवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध करेंगे। बता दें कि हर दिन औसतन 450-500 ट्रक भारत से दक्षिण एशिया के सबसे बड़े लैंड पोर्ट पेट्रापोल के माध्यम से बांग्लादेश जाते हैं। लगभग 150-200 ट्रक दूसरी तरफ से आते हैं।
सालाना, लगभग 22 लाख लोग पेट्रापोल चेक प्वाइंट के माध्यम से सीमा पार करते हैं। पेट्रापोल बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव में स्थित है, जो भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर है। यह कोलकाता से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर है। वहीं, एलआईसी ने सोमवार को कहा कि एलआईसी ऑफ बांग्लादेश लिमिटेड का कार्यालय सात अगस्त तक बंद रहेगा।