अयोध्या- 06 अप्रैल। दुनिया के 155 देशों के जल से होगा भगवान राम के मंदिर का जलाभिषेक। 155 देशों के जल और सात महाद्वीपों की नदियों तथा समुद्र के जल से रामलला के निर्माणाधीन मंदिर का जलाभिषेक होगा। दुनिया के 155 देशों व 7 महाद्वीपों की नदियों व समुद्रों का जल प्रवासी भारतीयों ने ‘‘अयोध्या राम मंदिर जलाभिषेक‘‘ हेतु भारत भेजा है। इसकी घोषणा दिल्ली स्ट्डी ग्रुप अध्यक्ष व दिल्ली के पूर्व विधायक डॉ विजय जॉली, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महामंत्री चंपत राय ने कारसेवकपुरम में आयोजित प्रेस वार्ता में की।
डॉ जॉली ने बताया कि प्रत्येक देश के पवित्र जल को तांबे के लोटों में भर कर पैक व सील किया गया है। इन लोटों पर प्रत्येक देश के नाम व झण्डे का स्टीकर चिपका, लोटों को भगवे रिबन से सजाया गया है।
इस हेतु विशेष आशीर्वचन राम कथा सत्संग भवन, मणि राम छावनी, में 23 अप्रैल को प्रातः 10 बजे आयोजित किया जा रहा है। इसके उपरांत 155 देशों के जल को अयोध्या राम मंदिर में जलाभिषेकम हेतु अर्पित किया जायेगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के नाते प्राप्त स्वीकृति में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व योग ऋषि स्वामी रामदेव रहेंगे। उनके संग श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महामंत्री चंपत राय, दिनेश चंद्रा (संरक्षक विश्व हिंदू परिषद्), संघ प्रचारक राम लाल व संघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार, जैन आचार्य लोकेश, महामण्डलेश्वर स्वामी यतेंद्रानंद गिरि जी महाराज, किरण चोपड़ा (प्रबंधक पंजाब केसरी), जनरल जोगिंदर जसवंत सिंह (पूर्व सेनाध्यक्ष), महंत कमल नयन दास, सांसद मनोज तिवारी, प्रवेश वर्मा, लल्लू सिंह, रमेश बिधुड़ी, जे.टी. नामग्याल संग दिल्ली नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधुड़ी, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, सरदार मंजिंदर सिंह सिरसा (पूर्व अध्यक्ष दिल्ली सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी) एवं गोपाल शरण गर्ग (अध्यक्ष अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन) विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर विश्व के 20 से अधिक देशों के प्रवासी भारतीय नेताओं सहित अनेक देशों के राजनयिक भी उपस्थित रहेंगे।