कीव- 30 जुलाई। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को पांच माह से अधिक हो गए हैं। दोनों देशों को इस युद्ध में खासी जनहानि का सामना भी करना पड़ा है। इस बीच रूस समर्थित अलगाववादियों ने दावा किया है कि यूक्रेन के हमले में यूक्रेन के ही 53 युद्धबंदी मारे गए हैं। यूक्रेन ने युद्धबंदियों के मारे जाने की जांच संयुक्त राष्ट्र संघ व रेड क्रॉस से कराने की बात कही है।
पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगववादियों ने कहा है कि मैरियूपोल पर कब्जे की जंग के दौरान बड़ी संख्या में लोग बंधक बनाए गए थे। इनमें से 53 युद्धबंदी यूक्रेन की गोलीबारी में मारे गए हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल इगोर कोनाशेंकोव ने भी कहा कि रूसी नियत्रंण वाले दोनेस्क क्षेत्र में ओलेनिवका कस्बे की एक जेल पर यूक्रेन की ओर से रॉकेट दागे गए, जिसमें 75 यूक्रेनी युद्धबंदी घायल हुए। इससे क्षेत्र में तनाव है। कोनाशेंकोव ने दावा किया कि यूक्रेनी सैनिकों को आत्मसमर्पण करने से हतोत्साहित करने के लिए ये हमला किया गया। जेल पर हुए हमले में आठ सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं। इससे पहले दोनेस्क क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादियों के प्रवक्ता दानिल बेजसोनोव ने जेल पर हुए रॉकेट हमले में 40 यूक्रेनी युद्धबंदियों के मारे जाने की जानकारी दी थी। यूक्रेन ने मांग की है कि युद्धबंदियों के मारे जाने की जांच संयुक्त राष्ट्र संघ व रेड क्रॉस से कराई जानी चाहिए। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस घटनाक्रम को रूसी युद्ध अपराध करार दिया है।
इस बीच दोनेस्क क्षेत्र में यूक्रेनी प्रशासन ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन के नियंत्रण वाले इलाकों में आम जनता को निशाना बना रही है। युद्ध तेज होने का हवाला देकर दोनेस्क के गवर्नर पाव्लो किरिलेंकों ने आम लोगों को जल्द से जल्द क्षेत्र से हटने का अनुरोध किया है। उन्होने कहा कि रूसी सेना को आम लोगों के मारे जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। वे क्षेत्र के शहरों और गांवों को निशाना बना रहे हैं। इसलिए आम लोग इस क्षेत्र से चले जाएं। इस बीच यूक्रेनी सेना ने 36 रूसी आक्रमणकारियों को मार गिराने का दावा किया है। दक्षिणी ऑपरेशनल कमांड ने सात हमले करने का दावा करते हुए कहा कि दुश्मन के कब्जे वाली रक्षा लाइनों पर ये हमले जारी रहेंगे।