नई दिल्ली- 29 अगस्त। तीन दिवसीय भारत दौरे पर आए केन्या के रक्षा सचिव अदन बेयर डुएले के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को नई दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता की। यह बैठक भारत-केन्या रक्षा साझेदारी में बढ़ रही गंभीरता का प्रमाण है। दोनों मंत्री इस बात पर सहमत हुए कि दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध प्रशिक्षण-केंद्रित होने से अधिक रणनीतिक पहलुओं को शामिल करने के लिए विकसित हुए हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बातचीत में इस बात को रेखांकित किया कि भारत अफ्रीकी देशों के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देता है। विशेष रूप से भारत और केन्या के बीच संबंध बेहद मजबूत हो रहे हैं। दोनों मंत्रियों ने हिंद महासागर क्षेत्र की समुद्री सुरक्षा में और अधिक सहयोग की आवश्यकता पर भी सहमति व्यक्त की। दोनों पक्षों ने क्षमता निर्माण और रक्षा उद्योग तथा उपकरणों में सहयोग पर भी विस्तार से चर्चा की। क्षमता निर्माण के क्षेत्र में और जहाज डिजाइन और निर्माण में सहयोग के लिए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड और केन्या शिपयार्ड लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
मित्रता के प्रतीक के रूप में राजनाथ सिंह ने केन्याई बलों के उपयोग के लिए ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड में निर्मित 15 जोड़ी पैराशूट केन्याई कैबिनेट रक्षा सचिव को उपहार में दिए। भारत ने केन्या में एक उन्नत सीटी स्कैन सुविधा स्थापित करने की दिशा में भी समर्थन दिया। अदन बेयर डुएले ने निजी क्षेत्र सहित भारतीय रक्षा उद्योग के बढ़ते कौशल की सराहना की और उन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जिनमें भारतीय उद्योग केन्याई बलों की आवश्यकताओं का समर्थन कर सकता है। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के प्रशिक्षकों से केन्याई बलों को प्रशिक्षण देने का भी सुझाव दिया, ताकि ऐसे कार्यक्रमों से अधिक लाभ हासिल किया जा सके।
वार्ता में दोनों पक्ष उग्रवाद रोधी और संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा क्षेत्र में संयुक्त प्रशिक्षण के लिए सहमत हुए। बैठक के दौरान आपसी हित के अन्य क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों पर भी चर्चा हुई। रक्षा प्रमुख जनरल अनिल चौहान और रक्षा सचिव गिरिधर अरमने ने भी रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में भाग लिया। केन्या के रक्षा मामलों के कैबिनेट सचिव अपने प्रवास के दौरान गोवा और बेंगलुरु में भारतीय शिपयार्ड और रक्षा उद्योगों का दौरा करेंगे।
