मॉस्को/कीव- 03 जनवरी। कड़ाके की ठंड के बीच रूस द्वारा की जा रही हवाई बमबारी से यूक्रेन के कई इलाकों में बिजली व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है। इसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस पर ऊर्जा आतंकवाद का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रूस पर यूक्रेनी प्रतिरोध को हतोत्साहित करने के लिए रूसी सेनाएं सर्दियों को हथियार बना रही हैं।
कीव के मेयर विटाली क्लिट्सको ने बताया कि रूस ने कीव की ओर 40 से अधिक ड्रोन दागे, लेकिन उनमें से कुछ को नष्ट कर दिया गया। रूसी हमले में ऊर्जा अवसंरचना सुविधाएं क्षतिग्रस्त हो गईं और शहर के एक जिले में विस्फोट हो गया।
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहा युद्ध लगातार भयावह होता जा रहा है। अब यूक्रेन की सेनाओं ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला कर दोनेत्स्क के रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में कई रॉकेट दागे। इस हमले में 64 रूसी सैनिकों की मौत हो गयी। बीते वर्ष फरवरी में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पिछले दस महीने से अधिक समय से दोनों देशों के बीच घमासान युद्ध चल रहा है। युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक का यूक्रेन की ओर से सबसे घातक हमला करते हुए यूक्रेनी सेनाओं ने दोनेत्स्क के मॉस्को के कब्जे वाले क्षेत्रों में कई रॉकेट दागे हैं। रूस ने दावा किया है कि यूक्रेनी सेनाओं के रॉकेट हमले में दोनेत्स्क में तैनात रूस के 63 सैनिकों की मौत हो गयी। बताया गया कि अमेरिका द्वारा हाल ही में यूक्रेन को दिये गए सटीक हथियारों का उपयोग कर यूक्रेन की सेनाओं ने रूस को जोरदार झटका दिया।
रूस के समारा क्षेत्र के गवर्नर दमित्री अजरोव ने बताया कि मकीवका शहर में हुए हमले में मारे गए और घायल हुए लोगों में क्षेत्र के निवासियों की अधिक संख्या थी। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन द्वारा कुल छह रॉकेट दागे गए और उनमें से दो को मार गिराया गया। दावा किया गया कि तमाम गोला-बारूद रॉकेट हमलों में फट गए और बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए। इस बीच रूस की ओर से भी यूक्रेन की राजधानी कीव पर किया जा रहा हमला लगातार जारी है।