मधुबनी- 18 मई। रहिका प्रखंड मुखिया संघ की बैठक अध्यक्ष मिथिलेश झा की अध्यक्षता में टिपीसी भवन में आयोजित हुई। बैठक में पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारों में हो रही कटौती को लेकर सर्वसम्मति सरकार की निंदा की गई व। उपस्थित मुखिया के द्वारा जानकारी दी गई कि संविधान प्रदत्त सभी 29 अधिकारों का राज्य एवं केन्द्र सरकार हनन कर रही है। जिस तरह आए दिन सरकार कैबिनेट में प्रस्ताव लेकर नियम में परिवर्तन कर रही है, वैसे में ग्राम स्वराज के गांधी की परिकल्पना को समाप्त किया जा रहा है। पंचायत एक ग्राम सरकार के भूमिका में है। जिस तरह राज्य सरकार अपने कैबिनेट के बैठक में नियम बदलती है, उसी तरह पंचायत को भी मजबूत शक्ति प्रदत है कि वो ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर गांव के विकास के योजनाओं का चयन करें। लेकिन प्रशानिक पत्राचार से ही पंचायत सरकार को चलाने की प्रवृति दर्शाती है कि सरकार इस व्यवस्था को समाप्त करने का प्रयास कर रही है। मुखिया एवं अन्य त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों को भी एकजुट होकर पंचायती राज संस्थाओं के अधिकारों में हो रहे कटौती के खिलाफ आंदोलन करने की आवश्यकता है। वक्ताओं ने कहा रहिका मुखिया संघ पूरे जिला में सम्मानित मुखिया एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधियों को एकत्रित करते हुए मुखिया संघ व्यापक आंदोलन करने में अग्रणी भूमिका निभाएगी। बैठक में संघ के उपाध्यक्ष मो.सनाउल्लाह,कोषाध्यक्ष अनिल चैधरी,अशोक राम,मो. राजीक,विनोद साहू,मो सज्जाद,विकास बाजपेई,एकरामुल होदा सहित कई मुखिया प्रतिनिधि उपस्थित थे।
