रांची- 28 अक्टूबर। झारखंड में एक माह से डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। राज्य के 12 जिलों में डेंगू के मरीजों की पुष्टि हुई है। रिम्स के डेंगू वार्ड में फिलहाल 14 संक्रमित मरीज भर्ती हैं, जिनमें से तीन मरीज रांची के हैं। रांची के मरीज ओरमांझी, रातू रोड के इंद्रपुरी और लालपुर इलाके के रहने वाले हैं।
इसके अलावा पश्चिम बंगाल के दो, गया के एक मरीज के अलावा पलामू के चार, धनबाद के एक, लोहरदगा, लातेहार और रामगढ़ के एक-एक मरीज इलाज के लिए रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है। मच्छर जनित बीमारियों की आशंका के तहत 351 लोगों के सैंपल लिये गये। इसमें डेंगू के 16 और चिकनगुनिया के 30 मरीज पाये गये हैं।
डेंगू के साथ राज्य में चिकनगुनिया के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। राज्य में सितंबर महीने के आंकड़े से इसके रफ्तार को समझें तो इस महीने में राज्य में 45 कंफर्म मामले चिकनगुनिया के और 36 डेंगू के सामने आये थे। अक्टूबर महीने के 10 दिन में 30 नये डेंगू के मरीज मिले हैं।
रांची में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले
इन मरीजों में डेंगू के 48 फ़ीसदी एवं चिकनगुनिया के 52 फ़ीसदी रांची के रहने वाले हैं। रिम्स के ओपीडी में डेंगू और चिकनगुमिया के लक्षण के साथ संदिग्ध मरीज प्रदेश के अलग-अलग जिलों से पहुंच रहे है, जो मरीज रिम्स में आकर इलाज करा रहे हैं। उनके आंकड़े सामने आ रहे हैं। इसके अलावा राज्य में कई अस्पताल और प्राइवेट अस्पतालों में भी इस तरह के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
इलाज करा रहे मरीजों में सबसे ज्यादा प्लेटलेट्स की कमी देखी जा रही है। डॉक्टर प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए दवाई दे रहे हैं। दवाई से प्लेटलेट्स नहीं बढ़ने पर इन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाया जा रहा है।
डेंगू एक मच्छर जनित वायरल इंफेक्शन या डिजीज है। डेंगू होने पर तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते आदि निकल आते हैं। डेंगू बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहते हैं। एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है।
