गांधीनगर/अहमदाबाद- 28 जून। सेमीकंडक्टर उत्पादन क्षेत्र की दुनिया की शीर्ष कंपनियों में शुमार माइक्रोन टेक्नोलॉजी गुजरात के साणंद में 2.75 बिलियन यूएस डालर यानी 22,500 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्ट, मार्किंग और पैकेजिंग (एटीएमपी) सुविधा शुरू करेगी। बुधवार को गांधीनगर में माइक्रोन टेक्नोलॉजी और गुजरात सरकार के बीच एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन हुआ।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और केन्द्र सरकार के केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव की उपस्थिति में इस एमओयू पर गुजरात सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी सचिव विजय नेहरा और माइक्रोन के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट गुरुशरण सिंह ने हस्ताक्षर किए।
गुजरात सेमीकंडक्टर पॉलिसी 2022-27 जारी की गई थी। गुजरात देश का एकलौता ऐसा राज्य है जिसने सेमीकंडक्टर सेक्टर के संदर्भ में नवीन नीति जारी की है। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन मेमोरी चिप के निर्माण में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचारों की स्पष्टता और उनकी दूरदर्शिता ने इस सेक्टर से संबंधित परियोजनाओं के सुचारु कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया है। प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा के मात्र एक सप्ताह के भीतर इतने बड़े समझौते का होना ही नए भारत की पहचान है।
‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना के साथ भारत को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार ने 10 बिलियन यूएस डालर का सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम घोषित किया है। इस प्रोजेक्ट की स्थापना से भारत के सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा। इससे 5 हजार प्रत्यक्ष एवं 15 हजार परोक्ष रोजगार समेत कुल 20 हजार रोजगार का सृजन होगा। गुजरात में इस क्षेत्र के क्रमिक विकास के कारण सेमीकंडक्टर सेक्टर से संबंधित अन्य क्षेत्रों का विकास भी हो सकेगा। इतना ही नहीं, ग्लोबल सेमीकंडक्टर जायन्ट्स (बड़े वैश्विक उद्योगों) को भी गुजरात में अपनी हाइटेक मैन्युफैक्चरिंग सुविधा स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगा। गुजरात औद्योगिक विकास निगम ने राज्य में ‘प्लग एंड प्ले’ सुविधायुक्त 45,000 हेक्टेयर भूमि विकसित की है। माइक्रोन कंपनी ने अपनी नई एटीएमपी सुविधा के लिए साणंद जीआईडीसी- II का चयन किया है। साणंद जीआईडीसी, गुजरात का सर्वाधिक इंडस्ट्रियलाइज्ड जोन है, और यहां अनेक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज कार्यरत हैं।
इस अवसर पर जीआईडीसी के वाइस चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ने माइक्रोन कंपनी को 93 एकड़ जमीन के आवंटन के लिए ऑफर कम अलॉटमेंट लेटर सौंपा। माइक्रोन कंपनी लीडरशिप इन एनर्जी एंड एन्वायर्नमेंटल डिजाइन के गोल्ड स्टैंडर्ड के अनुरूप या उससे भी उत्कृष्ट असेंबली एवं टेस्टिंग सुविधा की स्थापना करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा, इस सुविधा में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज को सुनिश्चित करने के लिए एडवांस वाटर सेविंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा।
