पटना- 04 जनवरी। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की परीक्षा में पेपर लीक होने के बाद आक्रोशित अभ्यर्थी बुधवार को पटना की सड़कों पर उतर आए। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसमें कई अभ्यर्थी घायल हो गए। पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया है। हालांकि, अभ्यर्थी पीटी सहित बीएसएससी की तीनों परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हैं।
लाठीचार्ज के बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा छात्रों से मिलने पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों से बातचीत की और कहा कि यह परीक्षा रद्द होनी चाहिए। साथ ही इसकी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए।
बीएसएससी अभ्यर्थियों ने आज मार्च का आह्वान किया था। मार्च के दौरान सभी अभ्यर्थी डाकबंगला चौराहे पर पहुंचे और पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग करने लगे। यहां पुलिस ने छात्रों को आगे बढ़ने से रोक दिया लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। इस बीच पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प होगी। प्रदर्शनकारी छात्र उग्र हो गए। इसके बाद हालात को संभालने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। अफरा-तफरी मच गयी। लाठीचार्ज में कुछ छात्र घायल हो गये। कुछ छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया। बीएसएससी अभ्यर्थी तीनों एक्जाम कैसिंल करने की मांग पर अड़े हैं।
मीडिया से बातचीत में टाउन डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि छात्र शांतिपूर्ण ढंग से मार्च नहीं कर रहे थे। जेपी गोलंबर पर छात्रों को रोकने के लिए पुलिस पहले से ही मुस्तैद थी। पुलिस को चकमा देकर छात्रों ने रूट बदल लिया था। एक्जीविशन रोड से होते हुए छात्र डाकबंगला चौराहा पहुंच गये। छात्रों का प्लान आगे की तरफ जाना था। बिना अनुमति के छात्रों को पुलिस ने आगे बढ़ने नहीं दिया।
डीएसपी ने लाठीचार्ज में किसी छात्र का सिर फटने से इनकार किया। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को शांतिपूर्ण ढंग से मांग रखने का मौका दिया गया था लेकिन छात्रों ने सुरक्षा घेरा को तोड़ते हुए पुलिस पर हमला कर दिया। इसके बाद पुलिस द्वारा छात्रों पर हल्का बल प्रयोग किया गया। छात्रों को पीछे धकेला गया है। उन्होंने बताया कि बिना अनुमति के छात्रों को आगे बढ़ने नहीं दिया जाएग। किसी भी सूरत में शांति व्यवस्था भंग नहीं करने देंगे।