
सुशील मोदी का कांग्रेस पर बयान बार हमला, कहा- कांग्रेस का चरित्र हमेशा पिछड़ा विरोधी रहा
पटना- 26 सितंबर। राज्यसभा सदस्य व भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि कांग्रेस ने 1980 में मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू की होती या 1989 में इसके लागू होने का विरोध नहीं किया होता, तो आज केंद्र सरकार में पिछड़े वर्ग के सिर्फ तीन नहीं, 30 से ज्यादा अधिकारी होते।
मोदी ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि राहुल गांधी प्रशासन में ओबीसी अधिकारियों की कमी के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं जबकि यह जख्म खुद उनकी पार्टी और परिवार ने दिये हैं। यह सब इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की राजनीतिक गलती का परिणाम है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 1955 में गठित पहले पिछड़ा वर्ग आयोग ( कालेलकर कमीशन) की रिपोर्ट को कूड़ेदान में डाल दिया और अगले 15 साल तक दूसरा आयोग भी नहीं बनाया। 1977 में कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर जब मोरारजी देसाई की सरकार बनी तब मंडल आयोग का गठन हुआ। उस सरकार में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी शामिल थे।
सुशील मोदी कहा कि 1989 में जब वीपी सिंह की सरकार ने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू की तब उसे भाजपा का समर्थन प्राप्त था। राहुल गांधी को अपनी मां सोनिया गांधी से पूछना चाहिए कि राजीव गांधी ने मंडल आयोग का विरोध क्यों किया था? उन्होंने कहा कि कांग्रेस का चरित्र हमेशा पिछड़ा विरोधी रहा। इसकी सजा कई पीढ़ियों को भुगतनी पड़ी।