बेगूसराय- 04 जनवरी । बखरी थाना क्षेत्र के गश्ती पुलिस पर लकड़ी की चोरी करने का आरोप लगाकर वायरल किए गए सीसीटीवी फुटेज का मामला गलत साबित हो गया है। लकड़ी चोरी नहीं किया गया, बल्कि खरीद कर गश्ती वाहन में लोड किया जा रहा था।
एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि पुलिस पर दबाव बनाकर गिरफ्तारी से बचने के लिए एक आरोपी ने यह वीडियो वायरल किया है। एसपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर आज एक वीडियो वायरल हुआ है। बखरी थाना से जुड़े इस सीसीटीवी फुटेज वीडियो के संबंध में बताया गया है कि पुलिस किसी व्यक्ति के घर से जलावन की लकड़ी उठाकर ले गई है।
संज्ञान में आते ही मामले की जांच बखरी डीएसपी चंदन कुमार एवं सोशल मीडिया सेल से करवाई गई, जिसमें उक्त खबर को गलत पाया गया है। घर के मालिक मकेश्वर शर्मा ने वीडियो कैमरा के सामने बयान दिया है कि पुलिस द्वारा थाना के आत्मनिर्भर फंड से 280 रूपया भुगतान कर तीन जनवरी की रात लकड़ी खरीदी गई है।
मकेश्वर शर्मा को पुलिस द्वारा दिया गया बिल एवं बखरी थाना के व्यय रजिस्टर में भुगतान अंकित किया गया है। मीडिया कर्मी को कोई भी खबर चलाने से पहले पुलिस की पक्ष को जानना चाहिए। गलत और भ्रामक खबर फैलाने से पुलिस की छवि धूमिल हो सकती है। इसका उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
एसपी ने बताया कि वायरल वीडियो में बोल रहा युवक मकेश्वर शर्मा का पुत्र ललित शर्मा गलत प्रवृत्ति का है तथा बराबर अपने माता-पिता के साथ मारपीट करते रहता है। उसने अपने पिता पर गोली भी चलाई थी एवं एक जनवरी को अपनी माता के साथ मारपीट किया था। इन तमाम मामलों को लेकर ललित पर चार मामले दर्ज हैं तथा पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
तीन जनवरी की रात पुलिस जब लकड़ी खरीद कर अपने वाहन में लोड कर रही थी तो ललित ने पुलिस पर दबाव बनाकर गिरफ्तारी से बचने तथा अपने पिता को पुलिस के चंगुल में फंसाने के लिए जानबूझकर यह सीसीटीवी फुटेज वीडियो वायरल किया है।
