पेरिस- 10 जनवरी। फ्रांस के कप्तान और गोलकीपर ह्यूगो लोरिस ने 14 साल से अधिक समय तक फ्रांसीसी राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने के बाद 36 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया है।
फ्रेंच टीम के साथ उन्होंने 2018 में वर्ल्ड कप और 2020-21 में नेशंस लीग जीता था। उन्होंने कतर में 2022 विश्व कप फाइनल में भी टीम का नेतृत्व किया, जहां अर्जेंटीना ने फ्रांस को पेनल्टी शूट आउट में हराकर खिताब अपने नाम किया।
लोरिस फ़्रांस के सर्वाधिक कैप्ड खिलाड़ी के रूप में सेवानिवृत्त हुए, उन्होंने अपने देश के लिए 145 मैच किए।
कप्तान ने गोल.कॉम को दिये एक साक्षात्कार में अपने संन्यास की घोषणा की, जहां उन्होंने मिलान के माइक मेगनन को राष्ट्रीय टीम में उनके प्रतिस्थापन के रूप में नामित किया।
लोरिस ने कहा, “एक समय आता है जब आपको पता होना चाहिए कि आपको अब रुकना है। मैंने हमेशा कहा है और दोहराया है कि फ्रांस की टीम किसी की नहीं है, और हम सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसा ही हो। मुझे लगता है कि मेरे बाद भी टीम अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार है, एक गोलकीपर के रुप में मेगनन भी तैयार हैं।”
36 वर्षीय लोरिस ने यह भी स्वीकार किया कि पारिवारिक विचारों ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल छोड़ने के उनके फैसले को प्रभावित किया।
लोरिस ने कहा, “मैंने गति में गिरावट या बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा की प्रतीक्षा करने के बजाय शीर्ष पर रहकर संन्यास लेने का फैसला किया। एक परिवार की पसंद भी है, मुझे अपनी पत्नी और अपने बच्चों के साथ अधिक समय बिताने की आवश्यकता महसूस होती है।”
लोरिस ने नवंबर 2008 में फ़्रांस के लिए पदार्पण किया। अंतरराष्ट्रीय पदार्पण करने के दो साल बाद उन्हें कप्तानी दी गई और उन्होंने 121 मैचों में फ़्रांस की कप्तानी की।