मधुबनी- 28 मार्च। जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष सह जिला पदाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग की कई महत्वपूर्ण योजनाएं जैसे मेटरनल हेल्थ, चाइल्ड हेल्थ, परिवार नियोजन,नियमित टीकाकरण,ई-टेलीमेडिसिन, डीवीडीएमएस, एनपीसीडीसीएस,वीबीडीसीपी,एनटीईपी,एनएलईपी और फाईलेरिया, आरसीएच, प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना सहित अन्य बिंदुओं की समीक्षा की गई। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि अब जिले के सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। परंतु कभी-कभी ऐसा सुनने में आता है कि कुछ बिचोलिए अपना आर्थिक हित साधने के लिए प्रसव हेतु आने वाली महिलाओं को बरगला कर निजी संस्थानों में ले जाने का काम करते हैं, जिसपर लगाम लगाई जानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी अपने क्षेत्र अंतर्गत कार्यों की समीक्षा का कार्य सप्ताह में दो दिन स्थलीय भ्रमण अवश्य करें। ताकि, और भी बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकें। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी आशा कार्यकर्ताओं के साथ नियमित बैठक कर उनसे उनकी गतिविधियों के बारे में न केवल जानें बल्कि, उन्हें नए निर्देशों और तकनीकियों से अपडेट भी करते रहें। जिलाधिकारी ने बैठक में वेक्टर बॉर्न डिजीज पर बारीक निगाह बनाए रखने और जिले में कहीं से भी इसकी सूचना प्राप्त होने पर त्वरित रिस्पॉन्स करने के निर्देश भी दिए गए हैं। बैठक में सिविल सर्जन डॉ ऋषिकांत पांडेय,अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आर के सिंह, वीबीसीडीओ डॉ विनोद कुमार झा, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. जी एम ठाकुर,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस के विश्वकर्मा,स्वास्थ्य डीपीएम पंकज कुमार मिश्रा,यूनिसेफ के जिला समन्वयक प्रमोद कुमार झा,सदर अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक अब्दुल मजीद सहित सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व स्वास्थ्य प्रबंधक उपस्थित थे।
