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 चीनी गिरोह के जाल में फंसे नेपाली, विदेश मंत्रालय ने जारी की ट्रैवल एडवाइजरी

काठमांडू- 29 जुलाई। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए अपने नागरिकों को विजिट वीजा पर थाईलैंड और म्यांमार ना जाने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि झूठे आश्वासन और प्रलोभन में पड़ कर थाईलैंड और म्यांमार जैसे देशों में नौकरी के लिए जाने से बचें।

हाल ही में नेपाल सरकार को यह शिकायत मिली है कि चीनी आईटी कंपनियों में काम करने के नाम पर दर्जनों नेपाली नागरिकों को थाइलैंड और म्यांमार बुलाकर ना सिर्फ उन सभी के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं बल्कि उन सभी को बन्धक बनाकर रखा गया है। कई फर्जी चीनी कंपनियां नेपाल के अखबारों में रोजगार के लिए विज्ञापन प्रकाशित करती हैं और विजिट वीजा दिलाकर उनको थाईलैंड और म्यांमार जैसे देशों में बुला लिया जाता है। बाद में उन्हें ना तो वादे के मुताबिक कोई काम मिलता है और ना ही जितना कहा गया होता है उतना पैसा ही दिया जाता है। विरोध करने पर इनको बन्धक बनाकर यातना दी जाती है।

मंत्रालय ने एक बयान जारी कर हाल ही में थाईलैंड और म्यांमार में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में आकर्षक नौकरियों और सुविधाओं का लालच दिखाकर म्यांमार के कायिन प्रांत के म्यावाडी में बंधक बनाकर अवैध काम करने के लिए मजबूर किए जाने की जानकारी दी है। मंत्रालय ने अपने सभी नागरिकों से इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियां न करने और इसके प्रति सचेत रहने का भी अनुरोध किया है। बयान में कहा गया है कि किसी व्यक्ति को विदेशी रोजगार या अन्य समान प्रलोभन के लिए विदेश ले जाना और ऐसी गतिविधियों में शामिल होना दोनों ही नेपाल सरकार के प्रचलित कानूनों के अनुसार दंडनीय अपराध है।

मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि नेपाली नागरिकों को प्रलोभन दिखाकर थाईलैंड के रास्ते म्यांमार ले जाना और उनके पासपोर्ट जब्त कर उनसे 12-12 घंटे लगातार ऑनलाइन ठगी का काम कराए जाने की कई शिकायतें मिली हैं। मंत्रालय ने इस तरह की ठगी में फंसे अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए बैंकॉक तथा यांगुन स्थित अपने दूतावासों को निर्देश दिया है। साथ ही दोनों देशों में एक हेल्पलाइन नम्बर भी जारी करते हुए वहां फंसे नेपाली नागरिकों से दूतावास में संपर्क करने को कहा गया है।

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Author: lakshyatak

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