होम्योपैथिक में कैंसर का ईलाज एक मात्र विकल्प:डॉ.पद्मभानु सिंह

बगहा- 04 फरवरी। बगहा नगर के होमियो कैंसर सेवा अस्पताल श्रीनगर बगहा दो परिसर में शनिवार को सर्वप्रथम होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक डा. सैम्युअल हैनिमेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में डॉ.पद्मभानु सिंह मरीज एवं उनके परिजनों को कैंसर से होने वाली समस्या की रोकथाम एवं परहेज के बारे में विस्तृत जानकारियां उपलब्ध कराई।आगे उन्होंने कैंसर से रचिगत लक्षणों एवं वंशानुगत कैंसर के प्रभाव को नष्ट करने हेतु कैंसर मरीज के परिवार में बीज आने वाली कैंसर बचाव खुराक(प्रिवेंटिव डोज) के मॉड्यूल को विस्तृत समझाया।

जिसके तहत मरीज के बेटा बेटी,नाती नतनी, पोता पोती को कैंसर खुराक खिलाकर भविष्य में आने वाले 16℅ कैंसर मरीजों को रोका जा सकता हैं। उन्होंने बताया कि पांच तरह के कैंसर में – स्तन कैंसर, ग्रीवा कैंसर, मौखिक कैंसर, फेफड़े और कोलोरेक्टल कैंसर हैं। उन्होंने बताया कि व्यक्तिगत, पारिवारिक एवं सामुदायिक स्तर पर कैंसर हर किसी को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करता है। इसलिए कैंसर के प्रभाव को कम करने के लिए सभी के पास सामर्थ्य है और हमें उचित समय पर उचित कदम उठाना होगा अन्यथा बदलते परिवेश एवं प्रदूषित होते वातावरण की वजह से कैंसर महामारी का रूप लेकर उभरेगा।इसलिए इसकी रोकथाम के आवश्यक कदम उठाये।

डॉ.पद्मभानु सिंह ने बताया कि विश्व कैंसर दिवस’ एक वैश्विक कार्यक्रम है जो कि विश्व के लोगों को कैंसर के खिलाफ़ लड़ाई लड़ने में एकजुट करने के लिए प्रतिवर्ष 4 फरवरी को मनाया जाता है।कैंसर की बीमारी पूरे विश्व में तेजी से बढ़ रही है।जिसका होम्योपैथिक में कैंसर का ईलाज एक मात्र विकल्प हैं।इसका उद्देश्य जागरूकता और कैंसर के बारे में शिक्षा बढ़ाना तथा विश्व में सरकारों और व्यक्तियों को कार्रवाई करने के लिए संवेदनशील बनाना है।

वन विकास भारती के सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आज विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। अस्पताल में आये मरीजो और आस पास के आम लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया गया।उन्होंने बताया कि तंबाकू, बीड़ी,सिगरेट के सेवन करने से मुंह,फेफड़े और पेट का कैंसर हो सकता है। इसके अलावा औरतों में ज्यादातर छाती,बच्चेदानी के कैंसर और मर्दों में जिगर और मुंह के कैंसर की संभवाना रहती हैं।

यदि इसका समय पर चेकअप करवा लिया जाए, तो इससे बचा जा सकता हैं।इसलिए इसके प्रति जागरूक होना पड़ेगा ताकि कैंसर से बचा जा सकें। कार्यक्रम की अध्यक्षता वन विकास भारती के निदेशक सह सचिव अरुण कुमार सिंह एवं संचालन कैंसर चिकित्सक पद्मभानु सिंह ने किया।मौके पर डॉ. भानु प्रताप सिंह,डॉ.हरिओम सिंह,सहायक चिकित्सक डॉ.मणिकांत सिंहडॉ.राकेश राव,राजू कुमार, मनोज गुप्ता,वीना देवी,सरोज देवी,सरोज देवी के साथ तमाम मरीज एवं आमजन मौंजूद रहें।

lakshyatak
Author: lakshyatak

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!