लखनऊ- 07 अगस्त। उत्तर प्रदेश विधान मंडल का मानसून सत्र सोमवार को विपक्ष के हंगामे के साथ शुरु हुआ। लगातार हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष ने पहले आधे घंटे के लिए बाद में मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। उधर, विधान परिषद की कार्यवाही भी मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सत्र शुरु होने से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास मंहगाई और किसानों के मुद्दे पर प्रदर्शन किया। पूर्वाह्न 11 बजे जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरु हुई सपा और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरु कर दिया और तख्तियां लेकर वेल में पहुंच गये।
हलांकि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विपक्षी सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन वे शांत नहीं हुए। लगातार हंगामे के चलते विधानसभा अध्यक्ष ने 30 मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने उठाया मणिपुर का मुद्दा—
विधानसभा की कार्यवाही जब दोबारा शुरु हुई तो नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मणिपुर हिंसा का मामला उठाया और इस पर निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की। अखिलेश यादव ने कहा कि देश के एक राज्य में हिंसा हो रही है। दुनिया के तमाम देशों में भी इसकी चर्चा हो रही है। क्या हम उसकी निंदा भी नहीं कर सकते। नेता सदन इसकी निंदा करें और हम सब भी उनका समर्थन करेंगे। कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के सदस्यों ने भी अखिलेश यादव की इस मांग का समर्थन किया।
विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष के इस प्रस्ताव को खारिज करते हुए कहा कि हम दूसरे राज्यों की चर्चा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो कुछ हुआ, वह गलत है। लेकिन, इस मुद्दे पर उप्र की विधानसभा में चर्चा नहीं हो सकती है। कल कोई सदस्य केरल और पश्चिम बंगाल में क्या हो रहा है इस पर चर्चा करनेको कहेगा। यह गलत परंपरा होगी। अन्य राज्यों की चर्चा के लिए हम यहां लिए नहीं बैठे हैं। उन्होंने कहा कि यहां के सदस्य अपने प्रदेश और अपने-अपने क्षेत्रों की चिंता करें और उससे संबंधित मुद्दों पर चर्चा करें। अध्यक्ष के जवाब से नाराज विपक्षी सदस्य हंगामा करने लगे तो उन्होंने सदन की कार्यवाही को मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
टमाटर की माला पहनकर पहुंचे सपा एमएलसी—
मानसून सत्र के पहले सपा के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा टमाटर की माला पहनकर साइकिल से विधानसभा पहुंचे। उन्होंने टमाटर और अन्य आवश्यक वस्तुओं के लगातार बढ़ते दामों को लेकर योगी सरकार पर निशाना भी साधा। सपा के अन्य विधायक ही करीब दस बजे विधान भवन पहुंच गये थे। सत्र शुरू होने से पहले ही इन विधायकों ने विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास मंहगाई और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया और सरकार के विरोध में नारे लगाए।