रायपुर- 04 नवंबर। भाजपा भूपेश का विरोध करते-करते छत्तीसगढ़िया संस्कृति का विरोध करने लगी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि पहले छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति स्थापना का विरोध किया अब स्वरूप का विरोध कर रहे हैं। नितिन नवीन के द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगाने और छत्तीसगढ़ियावाद के विरोध के दो दिन बाद भी भाजपा नेताओं द्वारा उनके बयान पर खेद प्रकट नहीं करना इस बात को साबित करता है कि भाजपा अपने सहप्रभारी के द्वारा छत्तीसगढ़ के लोगों के सम्मान के विरोध में दिये गये बयान से सहमत है।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन नवीन के बयानों पर पर्दा डालने कुतर्क कर रहे। अभी तक नितिन नवीन छत्तीसगढ़ महतारी का विरोध कर रहे थे। अब अजय चंद्राकर जैसे नेता छत्तीसगढ़ महतारी के स्वरूप पर सवाल खड़ा कर रहे है। भाजपा मानसिक रूप से छत्तीसगढ़ की संस्कृति की विरोधी है। प्रभारी को आगे करके छत्तीसगढ़ के भाजपा के नेता राज्य की अस्मिता पर प्रहार कर रहे भूपेश बघेल का विरोध करते-करते भाजपाई छत्तीसगढ़िया संस्कृति का विरोध करने लगे है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि हरेली पर गेड़ी चढ़ने, अक्ती में माटी पूजन तिहार और श्रमिक दिवस पर बोरे बासी खाने, विश्व आदिवासी दिवस महोत्सव सभी का तो भाजपा ने विरोध किया। यहां तक गोधन न्याय योजना में गोबर खरीद तक का माखौल उड़ाया। यह सब भाजपा की छत्तीसगढ़ विरोधी मानसिकता को समझने के लिये पर्याप्त है।
