देश के हर मेडिकल कॉलेज में 2024 के अंत तक होगी अंग प्रत्यारोपण की सुविधा : मांडविया

आगरा- 16 सितंबर। प्रधानमंत्री के जन्मदिन के उपलक्ष्य में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और स्वास्थ्य राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल की उपस्थिति में आगरा में देश में पहली बार अंगदान संकल्प कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने 23 एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं और 87 ब्लॉक सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों की आधारशिला रखी तथा सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का उद्घाटन और अंगदान रजिस्ट्री का अनावरण किया।

आगरा के जीआईसी ग्राउंड में आयोजित अंगदान संकल्प कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. मांडविया ने कहा कि अंगदान से बड़ा कोई पुण्य का काम नहीं है। जीते जी देश के नागरिकों को रक्तदान करना चाहिए और मृत्यु के बाद अंगदान करना चाहिए। अंगदान के माध्यम से किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद दूसरे व्यक्ति को नया जन्म मिलता है। उन्होंने कहा कि 2024 के अंत तक देश के हर मेडिकल कालेज में अंग प्रत्यारोपण की सुविधा मिल सके, इसके लिए मशीनों की खरीद, डाक्टरों की उपलब्धता और ट्रेनिंग सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी अस्पताल अंग प्रत्यारोपण की सुविधा अपने यहां खोलना चाहेंगे उन्हें केद्र सरकार की तरफ से सवा करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि अंगदान के बाद मरीज को जीवन भर दवाइयां खानी पड़ती हैं, कई टेस्ट कराने पड़ते हैं इसके लिए उस मरीज को केंद्र सरकार की तरफ से प्रतिमाह 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य अंगदान को 02 से बढ़ाकर 60 प्रतिशत करना है।

डॉ. मांडविया ने कहा कि देश के 60 करोड़ लोगों को 5 लाख तक की मुफ्त इलाज की गारंटी मोदी सरकार दे रही है। आयुष्मान भव: अभियान के तहत 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक सेवा पखवाड़ा चलेगा जिसमें अधिक से अधिक लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहिए। पहले देश के युवाओं को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए विदेश जाना पड़ता था लेकिन मोदी सरकार में पिछले नौ साल में एमबीबीएस की सीटों की संख्या दो गुनी हो गयी है। पहले 54000 सीटें थीं जो कि अब बढ़कर एक लाख सात हजार हो गई हैं।

वीडियो संदेश के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने हमेशा नागरिकों के स्वास्थ्य और भलाई को सर्वोच्च महत्व दिया है। अंगदान प्रतिज्ञा पहल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अंगदान करने से दूसरे व्यक्ति को नया जीवन मिल सकता है।

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Author: lakshyatak

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