पटना- 26 फरवरी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बिहार पुलिस दिवस का समारोहिक परेड सह वार्षिक पारितोषिक वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों को जब से काम करने का मौका मिला पुलिस बल पर विशेष ध्यान दिया गया। समय-समय पर पुलिस बल की गतिविधियों की समीक्षा कर कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर की गयी।

सीएम ने कहा कि समाज में कुछ गड़बड़ करने वाले मानसिकता के लोग भी होते हैं, उनपर नजर रखनी है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो हर वर्ष देशभर के प्रान्तों की आपराधिक घटनाओं से जुड़ी रिपोर्ट प्रकाशित करता है। वर्ष 2021 में नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक आपराधिक घटनाओं के मामले में बिहार 25वें स्थान पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब से काम करने का मौका मिला है। पुलिस में सुधार के लिये कई काम किये गये हैं। वर्ष 2007 में सभी थानों के काम को अनुसंधान और कानून व्यवस्था के रूप में दो भागों में बांटने के लिए हम लोगों ने कानून बनाया। पुलिस बल की संख्या में बढ़ोतरी की गयी। अब हर थाना के काम को दो भागों में विभक्त कर दिया गया है एक अनुसंधान और दूसरा कानून व्यवस्था। ससमय कांड का अनुसंधान होना चाहिए, इस पर विशेष नजर रखें। वर्ष 2006 में बिहार में पुलिस बल की संख्या काफी कम थी जिसको ध्यान में रखते हुए बिहार पहला राज्य था जिसने एसएपी (स्पेशल अग्जिलियरी पुलिस) का गठन किया, इसमें आर्मी के रिटायर्ड जवानों को लगाया गया। हमने बिहार में सैप का गठन कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006 में ही हमने तय किया कि पुलिस की नियमित गश्ती होनी चाहिए। इसको लेकर सभी थानों में गाड़ियां उपलब्ध करायी गयी है ताकि पुलिस बलों को कहीं आने जाने में कोई दिक्कत नहीं हो। रात में पुलिस की गश्ती बहुत जरूरी है। पुलिस की नियमित गश्ती होने से गड़बड़ी करने वाले लोगों पर नजर रखी जा सकेगी। हमने महिलाओं के लिए पुलिस बल में 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। अब पुलिस बल में काफी तादाद मे महिलाओं की संख्या हो गयी है। उन्होंने कहा कि हमने आपातकालीन सेवा डायल 112 की शुरुआत करायी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल भवन काफी अच्छा बना है। यह 9 रिक्टर स्केल तीव्रता का भूकंप सह सकता है। इन दिनों भूकंप की संभावना बढ़ती जा रही है। हाल के दिनों में दो देशों में आये भूकंप के कारण काफी संख्या में लोगों की मौत हुई है। बिहार की आबादी काफी अधिक है जबकि क्षेत्रफल कम है। देश में आबादी के मामले में बिहार तीसरे जबकि क्षेत्रफल के मामले में 12वें स्थान पर है। बिहार में पुलिस बल की संख्या तेजी से बढ़ानी है। अब पुलिस का कुल स्वीकृत बल 2,27,775 हो गया है। सभी पदों पर बहाली होने के बाद राज्य में पुलिसकर्मियों की संख्या प्रति लाख आबादी पर 170 से भी अधिक हो जायेगी। अभी देश का औसत 190 से कुछ अधिक है। आप लोग अच्छे से काम कीजिए ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चाहते हैं कि पुलिस में तेजी से बहाली हो और उनका बेहतर ढंग से प्रशिक्षण हो । प्रशिक्षण में किसी प्रकार की असुविधा न हो। आप सभी पुलिस वाले बेहतर ढंग से काम करते रहें। हम आपका तनख्वाह बढ़ाते रहेंगे। कोई भी गड़बड़ करता हो तो उसे छोड़ें नहीं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 500 थानों में महिला सहायता डेस्क तथा बिहार के बेवसाइट एवं सोशल मीडिया सेंटर का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया।
