मधुबनी- 19 सितंबर। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले के मनरेगा योजना की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई। समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने जिला अंतर्गत सभी प्रखंड के पीओ मनरेगा को निर्देश दिया कि मनरेगा संबंधी सभी कार्यों को लक्ष्य के अनुरूप पूरी गंभीरता से ससमय पूरा करें। उन्होंने कहा कि पोखरा,सोख्ता,पौधरोपण जैसे कार्यों को अभियान चला कर पूर्ण करें। जिलाधिकारी ने कहा कि जल नल योजनाओं में जो हमारा पानी वेस्ट हो जाता है, वह पोखर और सोख्ता होने पर उस पानी का संचय हो पाएगा। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक सोख्ता,पोखर आदि का निर्माण कर बहुत हद तक जल संकट से बचा जा सकता है। जिलाधिकारी द्वारा स्कीम वार योजनाओं को पूर्ण करने एवम उनसे संबंधी अभिलेखों की रख रखाव अच्छे तरीके से करने का भी निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने सोख्ता एवम पोखरा के निर्माण की वर्तमान गति पर गहरा असंतोष व्यक्त करते हुए इसे बहुत ही खेद जनक स्थिति बताया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगली मासिक बैठक में मनरेगा के सभी कार्यों में प्रगति दिखनी चाहिए। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने मानव दिवस का सृजन, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लाभुकों को मनरेगा अभिसरण से मजदूरी का भुगतान,अमृत सरोवर,वृक्षारोपण की परियोजनाओं का ऐप के माध्यम से निरीक्षण,सतत जीविकोपार्जन योजना,जल जीवन हरियाली अंतर्गत तालाबों का जीर्णोद्धार एवं आहार पईन और सोख्ता के निर्माण आदि की विस्तृत समीक्षा कर कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा क्षेत्र का नियमित रूप से निरीक्षण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है,ताकि जिससे मनरेगा की गतिविधियों को सुचारू तरीके से संचालित किया जा सके। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अपने निरीक्षण में मनरेगा के कार्यों की लागतार जांच करते हैं और आगे भी यह निरीक्षण कार्य जारी रहेगा। बैठक में डीडीसी विशाल राज,डीआरडीए किशोर कुमार, डीपीएम जीविका,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (मनरेगा) सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।