नई दिल्ली- 11 अक्टूबर। दिल्ली सरकार ने दिल्लीवासियों का सफर आसान करने के लिए 50 और नई लो फ्लोर एसी सीएनजी बसों को सड़क पर उतारा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज राजघाट क्लस्टर डिपो से इन 50 एसी सीएनजी बसों और 66 एनफोर्समेंट व्हीकल्स को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
केजरीवाल ने कहा कि यह बसें बवाना में बने डिपो में रखी जाएंगी और छह नए रूटों पर चलेंगी। इससे ग्रामीण कनेक्टिविटी को काफी मदद मिलेगी। यह सभी एसी सीएनजी बसें सीसीटीवी कैमरा, पैनिक बटन और जीपीएस समेत कई आधुनिक उपकरणों से लैस हैं। इसके अलावा, बस लेन एनफोर्समेंट के लिए पहली बार मोटर साइकिल शामिल की गई है।
इनका इस्तेमाल संकरी सड़कों पर किया जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब तक की सबसे ज्यादा कुल 7320 बसें सड़कों पर हैं। 2025 तक 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसों के साथ 10 हज़ार से ज्यादा बसें दिल्ली की जनता की सेवा में होंगी। पिछले दो-तीन साल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बहुत सारी नई इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों को शामिल किया गया है। हमारा विजन है कि दिल्ली का ट्रांसपोर्ट सिस्टम दुनिया के किसी भी विकसित देश के किसी भी शहर से बेहतर होना चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि इन 50 बसों के जुड़ने से दिल्ली की सड़कों पर परिवहन विभाग की 7320 बसें हो गई हैं। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। दिल्ली में अभी तक की सबसे ज्यादा बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं। जिसमें 4010 बसें डीटीसी की बसें हैं। 3310 बसें क्लस्टर की हैं और 250 इलेक्टिक बसें हैं। इसके अलावा, 1500 और लो फ्लोर जीरो एमिशन इलेक्ट्रिक बसों का ठेका दे दिया गया है और उम्मीद है कि नवंबर 2023 तक ये बसें आ जाएंगी। इस तरह नवंबर 2023 तक कुल 1800 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली की सड़कों के उपर होंगी।
वहीं 2025 तक 6380 और अतिरिक्त इलेक्ट्रिक बसें सार्वजनिक परिवहन के बेड़े में शामिल की जाएंगी। 2025 के अंत तक दिल्ली में कुल 10380 बसें हो जाएंगी। जिसमें 8180 इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी। इस तरह 2025 तक सार्वजनिक बस बेड़े में करीब 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसें हो जाएंगी। एक तरह से यह एक मॉडर्न पब्लिक ट्रांसपोर्ट तैयार हो जाएगा।
वहीं परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली सरकार सस्ती, आरामदायक और त्वरित़ सार्वजनिक परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इन एनफोर्समेंट व्हीकल्स से शहर भर में बस लेन को अतिक्रमण और पार्क किए गए वाहनों से मुक्त रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि 2025 तक दिल्ली की सड़कों पर करीब 11,000 बसें होंगी, जिसमें करीब 80 फीसद इलेक्ट्रिक बसें होंगी। इससे सार्वजनिक परिवहन को प्रदूषण मुक्त बनाने में काफी मदद मिलेगी।
एसी सीएनजी बसों की प्रमुख विशेषताएं
– ये बसें भारत स्टेज-6 उत्सर्जन मानक का अनुपालन करती हैं
– महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों (हूटर के साथ पैनिक बटन) के साथ इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (आईटीएस), सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (सीसीसी) में लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग की सुविधा।
– नियंत्रण कक्ष के साथ दोतरफा संचार।
– बसों की लाइव ट्रैकिंग के लिए जीपीएस यूनिट।
– हीटिंग वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग (एचवीएसी) सिस्टम।
– आग का पता लगाने और सप्रेशन सिस्टम।
दिल्ली में 120 हुई एनफोर्समेंट व्हीकल्स की संख्या
दिल्ली सरकार द्वारा आज परिवहन बेड़े के साथ ही बस लेन एनफोर्समेंट और सड़क सुरक्षा के लिए भी 66 नए वाहनों को जोड़ा गया है। जिसमें 30 चार पहिया वाहन (इनोवा) हैं और 36 दो पहिया वाहन शामिल हैं। इसके बाद अब एनफोर्समेंट व्हीकल्स की संख्या बढ़कर 120 हो गई है। जिसमें 84 चार पहिया और 36 दोपहिया वाहन शामिल हैं। ये प्रवर्तन वाहन बाहरी रिंग रोड और इनर रिंग रोड जैसे प्रमुख हिस्सों के साथ ही फेस-एक के कुछ और स्ट्रेच को कवर करेंगे। ये बस लेन में अतिक्रमण और पार्क किए गए वाहनों को हटाने और उनके चालान करने की कार्रवाई करेंगे।
बस लेन एनफोर्समेंट के लिए इस तरह होगी वाहनों की तैनाती
इनर और आउटर रिंग रोड पर बस लेन एनफोर्समेंट के लिए दो पहिया वाहन वाली 11 टीमे शिफ्टों में तैनात की गई हैं। शेष 14 बाइकों को 7 टीमों और 2 शिफ्टों में 6 क्रिटिकल स्ट्रेच पर तैनात किया जाएगा। वहीं, 84 चार पहिया वाहनों का उपयोग कर 84 टीमें बनाई गई हैं।
प्रत्येक टीम में एक चार पहिया वाहन (इनोवा) तैनात किया गया। एनफोर्समेंट के लिए जो नए वाहनों को शामिल किया गया है, उनमें से चार वाहनों को विभाग द्वारा चिंहित किए गए 15 क्रिटिकल स्ट्रेच पर तैनात किया जाएगा।
