सोशल मीडिया अकाउंट बनाना ही नहीं, उसे सेफ रखना बड़ी बात : क्राइम ब्रांच

कानपुर- 24 जून। कभी ईमेल पर तो कभी एसएमएस के द्वारा या फिर कभी लुभावने ऑफर दिखाकर लोगों को ठगी के जाल में फंसाने वाले साइबर अपराधी नित नए तरीके इजाद कर रहे हैं। अपने दिन का अधिकांश समय सोशल मीडिया और मोबाइल फोन पर बिताने वाले युवाओं को साइबर ठगी के नए हथकंडों से बचने के लिए पुलिस कमिश्नरेट कानपुर नगर की क्राइम ब्रांच साइबर सेल अवेयरनेस प्रोग्राम चला रही है।

साइबर अवेयरनेस सेशन में शनिवार को कल्याणपुर के कोचिंग संस्थान में छात्र छात्राओं को जागरूक किया गया। छात्रों के साथ कोचिंग में पढ़ा रहे शिक्षकों ने भी जागरूकता अभियान में भाग लिया। साइबर सेल की तरफ से अवेयरनेस प्रोग्राम चला रहे कॉन्स्टेबल मुकेश शुक्ला एवं पवन सिंह ने छात्र-छात्राओं को सोशल मीडिया अकाउंट के टू स्टेप वेरीफिकेशन को इनेबल करने के लिए कहा इससे कोई भी आपका अकाउंट हैक नहीं कर सकता। अगर कोई ऐसा करने का प्रयास भी करता है तो आपके पास अलर्ट मैसेज आ जाएगा। साथ ही सोशल मीडिया अकाउंट की सिक्योरिटी किस-किस तरह से कर सकते हैं इसके बारे में भी बताया गया।

साइबर अपराध के नए-नए तरीकों पर चर्चा करते हुए बताया गया कि जब कोई फ्री में भी नहीं देता है तो वह आपको लाखों करोड़ों रुपये कैसे दे सकता है यह सोचे समझे बगैर लोभ लालच में पड़ जाते हैं और जो भी उनके पास में होता है उसको भी गंवा बैठते हैं। इसके अलावा सोचने की बात यह है कि जब आप कभी बैंक जाते हैं तो वहां पर भी कोई काम कराने के लिए आपको टाइम देना पड़ता है। बैंक कर्मचारी बार-बार कहते हैं, आप थोड़ा सा वेट कीजिए तो ऐसा कौन सा शुभचिंतक कर्मचारी अचानक फोन पर पैदा हो जाता है। जोकि आपकी केवाईसी अपडेट करने लोन लेने का ऑफर आपको देने लगता है। यह सभी साइबर फ्रॉड के नए तरीके हैं जिनको लोग समझ नहीं पाते और साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं। सभी केवाईसी अपडेट करने के नाम पर कभी बिजली का बिल न जमा होने के नाम पर तो कभी लाखों की लॉटरी लगने के नाम पर आप को साइबर ठग लुभाते हैं। लोन एप भी ठगों का एक नया तरीका है।

lakshyatak
Author: lakshyatak

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Rashifal

error: Content is protected !!