नई दिल्ली- 11 अक्टूबर। हॉकी इंडिया ने ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व कप से पहले फेवरेट वर्ल्ड कप मेमोरी श्रृंखला की शुरूआत की है, जिसमें हॉकी प्रशंसकों को कुछ अनजान तथ्यों, मजेदार किस्सों और दुनिया भर के हॉकी सितारों, जिन्होंने पिछले वर्षों में इस प्रतिष्ठित आयोजन में खुद का साबित किया है, के बारे में जानने को मिलेगा।
श्रृंखला की शुरुआत बेल्जियम टीम के कप्तान थॉमस ब्रिल्स के साथ की गई, जिनकी कप्तानी में बेल्जियम ने प्रतिष्ठित कलिंग हॉकी स्टेडियम में 2018 में प्रतिष्ठित विश्व कप जीता था। बेल्जियम ने खिताबी मुकाबले में नीदरलैंड को पेनल्टी शूटआउट में हराया था।
बेल्जियम के सबसे सफल कप्तानों में से एक ब्रिल्स ने 2018 की अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा, भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां हॉकी इतनी अधिक खेली जाती है, क्योंकि हम यूरोप से आते हैं, जहां हॉकी इतनी फेमस नहीं है। भारत आकर माहौल को महसूस करना और सभी प्रशंसकों को अपनी टीम का समर्थन करते देखना खास होता है, मेरी इच्छा है कि हर हॉकी खिलाड़ी अपने जीवन में एक बार इसका अनुभव जरूर करे।
359 खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने वाले ब्रिल्स ने बेल्जियम की राष्ट्रीय टीम को विश्व विजेता में परिवर्तित होते देखा है। विश्व में 13वें स्थान पर रहने से लेकर टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता बनने तक, ब्रिल्स ने यह सब देखा है। वास्तव में, ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक मैच, बेल्जियम की राष्ट्रीय टीम के लिए ब्रिल्स की अंतिम उपस्थिति थी।
2018 एफआईएच हॉकी पुरुष विश्व कप भुवनेश्वर में दो गोल करने वाले ब्रिल्स ने कहा कि बेल्जियम के खिलाड़ियों की मौजूदा फसल को एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप के माहौल को अपनाना चाहिए। खिलाड़ियों को ऐसे प्रशंसकों के सामने भारत में खेलने के हर पल का आनंद लेना चाहिए। यह एक ऐसा माहौल है जिसे आप जीवन भर संजो कर रखेंगे। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को इसे अपनाना चाहिए और इसका आनंद लेना चाहिए। यह आपका अंतिम विश्व कप हो सकता है, या भारत में आपका आखिरी बार हो सकता है, इसलिए हर पल का आनंद लें।
