मुंबई- 21 मई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि कुछ ताकतें धर्म के नाम पर दंगा करा रही हैं। उन्होंने कहा कि अहमद नगर में इसी वजह से दंगा हुआ और तीन दिन अहमदनगर दंगे की आग में झुलसता रहा। इससे आमजन और व्यापारियों का काफी नुकसान हुआ है।
शरद पवार रविवार को अहमदाबाद में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भी चुनाव से पहले इसी तरह का प्रयोग किया गया था। नफरत फैलाने के लिए सत्ता का इस्तेमाल किया गया था। लेकिन आम जनता ने इस तरह के प्रयोग को असफल कर दिया। शरद पवार ने कहा कि जो कर्नाटक में हुआ वह अन्य राज्यों में भी हो सकता है। इसलिए सभी दलों को इससे सीख लेनी चाहिए।
शरद पवार ने कहा, ‘धर्म के नाम पर दूरी बढ़ाई जा रही हैै। कुछ ताकतें जाति की खाई को चौड़ा करके संघर्ष को बढ़ा रही हैं। उस शक्ति से लड़ने की चुनौती आप और हम पर है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो मेहनतकशों का जीवन बर्बाद हो जाएगा। हमें इसके लिए तैयारी करनी चाहिए। शरद पवार ने कहा, ”देश में तस्वीर बदल रही है। मैं कल बैंगलोर में था। नई सरकार आई है। कुछ लोगों ने वहां कई वर्षों तक शासन किया। उन लोगों ने अपनी सरकार के दौरान लोगों में नफरत फैलाने का काम किया। पूरे देश को लगा था कि सत्तारूढ़ भाजपा कर्नाटक चुनाव जीत जाएगी। लेकिन कल शपथ ग्रहण समारोह हुआ और आम आदमी की सरकार सत्ता में आ गई। शपथ ग्रहण समारोह में एक लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। उनमें से 70 प्रतिशत युवा थे और सभी जाति के थे।”शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक में, धनगर समुदाय का एक व्यक्ति मुख्यमंत्री बना। वह मेहनती है और वहां के लोगों के कल्याण की देखभाल करता है। इतनी छोटी जाति के व्यक्ति ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मेहनतकश लोग एकजुट थे। अगर यह कर्नाटक में एकजुट हो सकता है, तो यह कोशिश करने का समय है कि इसे देश के अन्य राज्यों में भी एकजुट किया जाए।
