मधुबनी- 26 जुलाई। सदर अस्पताल में इन दिनों अजीबों-गरीब कारनामा देखने को मिल रहा है। मधुबनी सदर अस्पताल में रेप मेडिकल से संबंधित प्रभार लिपिक को देखने को दिया गया है। जिसकी नियमता उक्त प्रभार फर्माषिष्ट को होना चाहिए था। जिसको लेकर सेमरिया निवासी रमन कुमार ने इस से संबंधित एक लिखित आवेदन जिलाधिकारी मधुबनी को दिया है। जिसमें कहा हे कि सदर अस्पताल मधुबनी में रेप मेडिकल से संबंधित प्रभार फर्माशिष्ट को ना देकर लिपिक को मनमाने ढ़ग से देने के संबंध में सिविल सर्जन मधुबनी पत्रांक संख्या-2130 दिनांक-25 अगस्त 2018 में स्पष्ट आदेश दे दिया है कि लिपिक तकनीकी कर्मी नही होते हैं। तथा फर्माशिष्ट का पद तकनीकी पद है और मेडिको लीगल चिकित्सकों तकनीकी का कार्य होता है। इस लिए मेडिको लीगल का प्रभार फर्माशिष्ट को सौंपा जाए।
उसके बाद क्षेत्रीय डिप्टी डायरेक्टर स्वास्थ्य विभाग दरभंगा प्रमंडल के ज्ञांपन सख्या-394 दिनांक-13 सितंबर 2018 को बिहार सरकार के संकल्प संख्या-846 दिनांक-10 अक्टुबर 2014 में फर्माशिष्ट अभिलेख का सम्पादन करेंगे। तथा कैदी जेल से संबंधित मेडिकल बोर्ड, समान्य मेडिकल बोर्ड एवं रेप से संबंधित मेडिकल बोर्ड अभिलेखों का सम्पादन बिहार गजट के नियमानुकूल कराया जाए। फिर भी अभी तक पैसों का अवैध उगाही के लिए मनमाने ढ़ंग से लिपिक को प्रभार सौंपा गया है। उन्होने जिलाधिकारी से अपील करते हुए कहा है कि अपने स्तर से जांच कराऐं, जिससे पूरी असलियत सामने आ जाएगी।