मधुबनी- 05 सितंबर। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार शिक्षक दिवस के मौके पर मधुबनी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों एवं कालेजों में भावी और युवा मतदाताओं को मतदान की प्रक्रिया से जोड़ने और इससे संबंधित गतिविधि के जानकारी के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विधानसभा क्षेत्र 36 मधुबनी के मिथिला टीचर्स ट्रेनिंग कालेज बसुआरा में आयोजित कार्यक्रम में रहिका प्रखंड विकास पदाधिकारी निरंजन कुमार ने भाग लिये। मौके पर कालेज के छात्र-छात्राओं के द्वारा ईवीएम और मतदान केंद्र से संबंधित रंगोली का प्रदर्शन किया गया। साथ ही कालेज के छात्र-छात्राओं ने भाषण के माध्यम से मतदान के महत्व को उजागर किया। कार्यक्रम के दौरान कालेज के प्रधानाचार्य डा. मो. एहसानूल हक ने बीडीओ को कालेज में प्रथम आगमन पर मिथिला के परंपरा अनुसार स्वागत किया। मौके पर बीडीओ निरंजन कुमार ने कालेज के छात्र एवं छात्राओं को लोकतंत्र में चुनाव के महत्व के संबंध में विस्तार से बताया। बीडीओ श्री कुमार ने कहा कि, छात्र एवं छात्रा हमारे देश के भविष्य हैं। उन्हाने छात्र एवं छात्राओं से कहा कि उनके घर के आसपास के जो भी लोग वर्ष 2024 के 01 अक्टूबर तक 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हो उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ने हेतु उन्हें जानकारी दें। साथ ही उन्होंने कालेज के शिक्षकों से भी इस संबंध में आमजनों को इस बात की जानकारी देने का आग्रह किया। बीडीओ ने कहा कि, लोकतंत्र में मतदाताओं की भूमिका अहम है। वहीं बीडीओ ने शिक्षक दिवस पर प्रकाष डालते हुए कहा कि शिक्षकों (गुरुओं) को विशेष सम्मान देने के लिए शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और उसके बाद राष्ट्रपति बने थे। उनके जन्मदिन 5 सितंबर को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। वे भारतीय संस्कृति के संवाहक,प्रख्यात शिक्षाविद थे। डा. राधाकृष्णन की यह प्रतिभा थी कि भारत के स्वतंत्रता के बाद इन्हें संविधान निर्मात्री सभा का सदस्य बनाया गया। वे 1947 से 1949 तक इसके सदस्य रहे। उन्होंने अपने छात्रों से जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की इच्छा जताई थी। वहीं बीडीओ ने कालेज के सुंदर रख रखाव पर प्रधानाचार्य की सराहना की।