नई दिल्ली-09 सितंबर। जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले राष्ट्राध्यक्षों, प्रतिनिधियों और उनकी जीवन संगनियों को राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी भारत के पांच हजार साल पुरानी सभ्यता और संस्कृति के अनूठे सफर पर ले जाएगी ‘रूट्स एंड रूट्स- पास्ट प्रेजेंट एंड कंटीन्यूअस’ नामक की प्रदर्शनी। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन शनिवार को किया जाएगा। जिसमें सिनौली में मिले रथ,सिंधु सरस्वती सभ्यता की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। प्रदर्शनी में पुरातात्विक कलाकृतियों,साहित्य,मुद्राशास्त्र,पुरालेख और चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है।
एनजीएमए में लगाई गई प्रदर्शनी ‘रूट्स एंड रूट्स’ के क्यूरेटर राघवेंद्र सिंह बताते हैं कि इसे तैयार करने में उन्हें 9 महीने का समय लगा। इसमें देश के कोने-कोने से ऐतिहासिक और पुरातत्व महत्व की वस्तुएं मंगाई गई हैं। इसमें अमरावती,गांधार,चंडीगढ़ संग्रहालय,कोलकाता संग्रहालय सहित,राष्ट्रीय संग्रहालय से भी ऐतिहासिक वस्तुएं लाई गई हैं। इसमें भारत के 5000 साल पुराने इतिहास को पुरावशेषों के माध्यम से थीम के आधार पर क्यूरेट किया गया है। यह प्रदर्शनी जी 20 की प्राथमिकताओं के अनुरूप है।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी का नाम ‘रूट्स एंड रूट्स’, हमारी समृद्ध और विशाल संस्कृति और सांस्कृतिक महत्व को प्रदर्शित करता है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से हम अपनी संस्कृति की कहानी बता रहे हैं। इसमें सिनौली रथ की कहानी है जो हमें 4000 से 5000 साल पीछे ले जाती है, वहीं सिंधु सरस्वती सभ्यता,नालंदा का इतिहास,पुराने किले सहित कई साइट म्यूजियम में की गई खुदाई से मिली चीजें प्रदर्शित की गई हैं। यह संस्कृति मंत्रालय की बहुत महत्वपूर्ण प्रदर्शनी है।