बेगूसराय- 28 जुलाई। बेगूसराय पुलिस की बदलती हुई छवि को शव के पैर में रस्सी बांधकर खिंचवाते हुए बदनाम करने वाले पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई हो गई है। शव के पैर में रस्सी बांधकर खिंचवाने वाले अवर निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है तथा थानाध्यक्ष से भी स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि मुफ्फसिल थाना के लाखो सहायक थाना क्षेत्र स्थित निपनिया सीमेंट गोदाम के समीप गढ्ढा में एक अज्ञात शव होने की सूचना पर लाखो के पुलिस अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह को पुलिस बलों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय ले जाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन उक्त पुलिस अवर निरीक्षक के द्वारा दो सफाई कर्मी को बुलाकर शव के पैर में रस्सी बांधकर खींचते हुए सड़क पर लाया गया तथा ट्रैक्टर पर लोडकर सदर अस्पताल पहुंचाया गया।
एसपी ने बताया कि सदर अस्पताल में भी शव को स्ट्रेचर पर ले जाने के बदले पैर में रस्सी बांधकर पोस्टमार्टम रूम ले जाया गया। जिसका वीडियो विभिन्न समाचार माध्यम एवं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, इसके कारण पुलिस की छवि धुमिल हुई है। पुलिस अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह (लाखो सहायक थाना) को उक्त लापरवाही और अनुशासनहीनता के लिए तत्काल प्रभाव से सामान्य जीवनयापन भत्ता पर निलंबित करते हुए पुलिस लाइन क्लोज किया गया है। लाखो थानाध्यक्ष से इस संबंध में अनुशासिक कार्रवाई के विरूद्ध स्पष्टीकरण मांगा गया है।
उल्लेखनीय है कि सड़क से थोड़ी दूर गड्ढे में मिले अज्ञात युवक के शव के साथ हुए अमानवीय व्यवहार का वीडियो गुरुवार को वायरल हो गया। जिसके बाद सबसे पहले हिन्दुस्थान समाचार ने इस खबर को प्रमुखता से चलाया तथा अन्य सभी समाचार माध्यम में भी यह अमानवीय खबर प्रमुखता से चली। वायरल हो रहे वीडियो को लेकर लोग पुलिस की कार्यशैली पर उंगली उठाने लगे, जिसके बाद एसपी ने यह कार्रवाई की है। हालांकि समाचार भेजे जाने तक उक्त मृतक युवक की पहचान नहीं हो सकी है।