मधुबनी-12 नवंबर। राष्ट्रीय उपलब्धी सर्वेक्षण के अनुश्रवण कार्यक्र के तहत शुक्रवार को जिले भर के सभी सरकारी,मान्यता प्राप्त एवं सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों में कक्षा तीन,पांच,आठवीं एवं दसवीं के छात्रों की क्षमता का आकलन किया गया। सर्वे कार्यक्रम में गोपनीयता का अनुपालन कराया गया। हर स्कूलों में सर्वे पत्रों को लेकर ऑबजर्बर पहुंचे। इस सर्वे के दौरान कई शिक्षण संस्थानों पर गड़बड़ी उजागर हुई। कुछ स्थानों पर शिक्षण संस्थान के बोर्ड भी नजर नहीं आए,तो कई स्थानों पर शिक्षक एवं छात्र नदारद मिले। ऐसी अधिकतर गड़बड़ी मदरसा व संस्कृत स्कूलों में देखने को मिली। नियंत्रण कक्ष में भी ऑबजर्बर द्वारा लगातार इसकी सूचना मिलती रही कि संस्थानों में सुविधा,छात्र व शिक्षक की भारी कमी है। ऐसे ही कुछ मामले में डीइओ नसीम अहमद ने सभी संबंधित को शोकॉज किया है। संस्कृत उच्च विद्यालय हरिपुर डीहटोल के एचएम को भी शोकॉज किया गया है। जिसमें बताया गया है कि डायस में नामांकित छात्रों की संख्या 72 व शिक्षकों की संख्या छह बताया गया है। परंतू सर्वे के दौरान मूल्यांकन कार्य नहीं किया जा सका है। इसके लिए एचएम के वेतन पर रोक लगा दिया गया है।