मधुबनी-05 अगस्त। बिहार सरकार के जल संसाधन सह सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने शुक्रवार को मधुबनी जिले के खजौली प्रखंड अंतर्गत मरूकिया ग्राम में दो महत्वपूर्ण सिंचाई योजनाओं का लोकार्पण व कार्यारंभ किया। साथ ही बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के त्रिमुहान में आयोजित कार्यक्रम में धौंस नदी के दाएं तट पर कई कटाव निरोधक कार्यों का लोकार्पण किया। जल संसाधन मंत्री ने त्रिमुहान विद्यालय के निकट जमींदारी बांध पर हुए कटाव निरोधक कार्य लोकार्पण किया। इस योजना के अन्तर्गत त्रिमुहान विद्यालय के निकट जमींदारी बांध में 100 मीटर की लंबाई में क्षतिग्रस्त भाग का सुदृढीकरण तथा बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य किया गया है। इस योजना से मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड अंतर्गत समदा पंचायत के समदा, त्रिमुहान, विशनपुर एवं करहारा पंचायत के सोहरौल, इस्लामपुर, करहारा तथा बिरदीपुर के निवासियों को बाढ़ से सुरक्षा मिलेगी। इसके उपरांत उन्होंने बेनीपट्टी प्रखंड के अंतर्गत कई अन्य जमीदारी बांधों पर हुए बढ़ सुरक्षात्मक कार्यों का लोकार्पण किया। इनमें पाली जमींदारी बांध पर बरदाहा गांव के निकट, तथा किमी 8.00 से किमी 13.00 के बीच, रानीपुर-मतरहरी जमींदारी बांध पर करहाराघाट,अग्रोपट्टी-बसैठ जमींदारी बांध पर शिवनगर ग्राम के निकट, पोखर-चिमनी के निकट, विशनपुर ग्राम के निकट,अग्रोपट्टी के बाढ़ निरोधी फाटक के निकट, चानपुरा घेरा बांध के बाढ़ निरोधी फाटक-3 व फाटक-1 के निकट कटाव निरोधक कार्य का लोकार्पण शामिल है। खजौली प्रखंड अंतर्गत मरूकिया ग्राम में ड्रेनेज चैनल की खुदाई और दो अदद बॉक्स कल्वर्ट का लोकार्पण किया। तथा सोनी नदी पर गेटेड वीयर के निर्माण का कार्यारंभ किया।
मंत्री ने सोनी नदी पर 9 मीटर के गेटड वीयर के निर्माण कार्य का कार्यारंभ भी किया। सोनी नदी में अक्टूबर-नवंबर में पानी घट जाने के बाद क्षेत्र के किसानों को सिंचाई सुविधा नहीं मिल पाती है। इस समस्या के निदान के लिए सोनी नदी पर गेटेड वीयर का निर्माण कर पुरानी मृतप्राय धार में हेड रेगुलेटर से पानी प्रवाहित किया जाएगा। साथ ही नदी के दोनों ओर छोटा बांध का निर्माण कर आउटलेटों के द्वारा पानी नदी के दोनों ओर के खेतों में उपलब्ध कराया जा सकेगा। इससे खजौली प्रखंड के मरूकिया,चतरा गोबरौरा,बाबूबरही प्रखंड के भटचैरा,बरुआर एवं चैराही एवं लदनिया प्रखंड के सिधपकला गांव के किसान लाभान्वित होंगे। इस योजना का कमांड क्षेत्र 2050 हेक्टेयर है। तथा इसे नहर खेत तक सिंचाई का पानी निश्चय योजना के तहत कार्यान्वित किया जा रहा है। साथ ही जल संसाधन विभाग की इस योजना में परोहा धार के अवरुद्ध प्रवाह को पश्चिमी कोसी मुख्य नहर के दायें किनारे में विंदु दूरी 116.78 से 124.40 तक के समानान्तर ड्रेनेज चैनल बनाकर सोनी नदी, जो पश्चिमी कोसी मुख्य नहर के विंदु दूरी 116.68 पर निर्मित सीडी से गुजरती है, में मिलाने का प्रावधान किया गया है। ड्रेनेज चैनल के अलाइनमेंट में पश्चिमी कोसी मुख्य नहर के विंदु दूरी 123.60 एवं 117.80 पर दो अदद बॉक्स कल्वर्ट का भी निर्माण किया गया है। इस योजना से चतरा एवं गोबरौरा पंचायत के मरूकिया गोबरौरा, भटचैरा, औरही, सिधपकला आदि गांवों के किसानों को सिंचाई सुविधा मिलेगी।
मौके पर आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए मंत्री संजय झा ने विभागीय अधिकारियों को पश्चिमी कोसी नहर परियोजना एवं नहर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने की योजनाओं को तेजी से पूरा करने, बाढ़ अवधि में सभी तटबंधों की सतत निगरानी एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिया। श्री झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निश्चय के अनुरूप वर्ष 2025 तक बिहार के हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचेगा। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए जल संसाधन सहित सभी संबंधित विभागों द्वारा तत्परता से कार्य किए जा रहे हैं। हर गांव तक सड़क एवं हर घर तक बिजली पहुंचने के बाद अब हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचने से प्रदेश में विकास को नई गति मिलेगी। तथा कृषि क्षेत्र का कायाकल्प होगा। उन्होंने कहा कि दशकों से अधूरी पड़ी पश्चिमी कोसी नहर परियोजना का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर शुरू हुआ। इसके तहत बड़े पैमाने पर संरचनाओं का निर्माण हुआ और हो रहा है। इस वर्ष खरीफ सीजन में उग्रनाथ शाखा नहर सहित मधुबनी जिले के कई क्षेत्रों में पहली बार नहर का पानी पहुंचा है। पश्चिमी कोसी नहर परियोजना को अगले वर्ष पूर्ण करने के लिए जल संसाधन विभाग तत्परता से कार्य कर रहा है। इस महत्वाकांक्षी नहर परियोजना से मधुबनी जिले के दो लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।
इस अवसर पर एमएलसी घनश्याम ठाकुर, विधायक सुधांशु शेखर, जदयू जिला अध्यक्ष सत्येंद्र कामत के अलावा विभाग के मुख्य अभियंता सहित कई अधिकारी मौजुद थे।
