पटना- 06 जनवरी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को समाधान यात्रा के दौरान सीतामढ़ी एवं शिवहर जिलों में विकास योजनाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि कल से जाति आधारित गणना शुरू होगी। जाति की गणना सही ढंग से हो इसको लेकर कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई है। गणना कार्य में लगे सभी कर्मचारी एक-एक घर में जाकर एक-एक चीज की जानकारी लेंगे।
सीएम ने कहा कि कई बार लोग जाति की जगह अपनी उप जाति बता देते हैं। ऐसी स्थिति में उसके बगल में रहनेवाले व्यक्ति से जाति के संबंध में जानकारी ली जायेगी। सभी लोग अपनी-अपनी जाति के संबंध में सही जानकारी देंगे तो उसकी गणना ठीक ढंग से हो सकेगी। बहुत अच्छे ढंग से जाति की गणना होगी। हमने कहा है कि अगर यहां का कोई व्यक्ति बाहर में रह रहा है तो उसके साथ भी कम्युनिकेशन ठीक ढंग से होनी चाहिए। इससे सही मायने में सभी जातियों की संख्या की गिनती हो सकेगी। इससे पूरे राज्य की जनसंख्या की गिनती हो जायेगी। लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी सरकार को हो जायेगी।
सीएम ने कहा कि लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलने से उनके विकास के लिए योजनाएं शुरु करने में मदद मिलेगी, इससे लोगों को फायदा मिलेगा और इलाके का विकास होगा । कोई अगर गरीब है तो उसके लिए क्या किया जाना चाहिए, ये सब जानकारी हो जायेगी । सिर्फ जाति की गणना ही नहीं हो रही है उनकी आर्थिक स्थिति का सर्वेक्षण भी किया जायेगा। इससे एक-एक चीज की जानकारी सरकार को हो जायेगी कि आगे और क्या-क्या काम करना चाहिए ताकि सभी लोगों का विकास हो सके।
सीएम ने कहा कि हमलोग चाहते थे कि राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना हो लेकिन वे लोग सहमत नहीं हुए तो हमलोगों ने अपने स्तर से बिहार में इसे करने का फैसला लिया। यहां की जाति गणना होने के बाद हमलोग केंद्र को भी जानकारी दे देंगे। इससे देश के विकास और समाज के हर तबके के उत्थान में काफी मदद मिलेगी।
सीएम ने कहा कि बिहार के सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का हमलोगों ने निर्णय लिया था। शिवहर में इंजीनियरिंग कॉलेज बनकर तैयार हो गया है। इसे देखने हम यहां आये हैं। कॉलेज काफी अच्छे ढंग से बनाया गया है। कुछ चीजों को लेकर हमने अधिकारियों को सुझाव दिया है।
रीगा चीनी मिल के बंद होने से किसानों को हो रही परेशानी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग चाह रहे हैं मिल फिर से चालू कर दिया जाए। इसको लेकर हमने प्रशासनिक अधिकारियों को भी निर्देश दे दिया है। चीनी मिल बंद होने से किसानों को काफी दिक्कत हो जाती है। गन्ना को दूसरी जगहों पर जाकर बेचने के लिए सरकार के द्वारा इंतजाम किया जाना अलग बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महादलित समाज के बच्चों को हॉस्टल में रखकर कर उन्हें यहां शिक्षा दी जाती है। बांका मॉडल के आधार पर स्मार्ट क्लास में बच्चों को शिक्षा दी जाती है। इस आवासीय विद्यालय में पढ़ाई की बेहतर व्यवस्था की गई है, इसे देखने हम यहां आये हैं। इस तरह के विद्यालय से ग्रामीण इलाकों की तस्वीर बदलेगी। बच्चे पढ़ेंगे तभी उन्हें ज्ञान होगा और वे आगे बढ़ेंगे।
इससे पहले सीएम ने शिवहर जिला स्थित पिपराही प्रखंड के शेख बसहिया गांव के वार्ड संख्या-11 में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने गुलशन जीविका स्वयं सहायता समूह की मदद से खोली गई राफिया जेनरल स्टोर, समेकित बाल विकास परियोजना, पिपराही, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, स्मार्ट प्रीपेड मीटर आदि विकास कार्यों के संबंध में अधिकारियों से पूरी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने जिला सीतामढ़ी के डुमरा प्रखंड स्थित बेरवास पंचायत में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान विकास जीविका महिला ग्राम संगठन, बेरवास से जुड़ी जीविका दीदियों के बीच मुख्यमंत्री ने सतत जीविकोपार्जन योजना का किट वितरित किया । मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना के 4 लाभुकों को मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से चेक प्रदान किया। बेरवास पंचायत में चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत सुविधाओं के संबंध में मुख्यमंत्री ने ग्रामवासियों से जानकारी प्राप्त की और उनकी समस्याएं भी सुनी । गामीणों के समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया।