भोपाल- 15 सितंबर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र के चतुर्थ स्तंभ के रूप में मीडिया का कार्य शासन के सभी अंगों को सचेत करना, सच्चाई, सटीकता एवं निष्पक्षता के साथ जनमानस तक जानकारी देना है। स्वतंत्र प्रेस लोकतांत्रिक राष्ट्र की रीढ़ है। प्रेस की स्वतंत्रता के साथ प्रेस का जिम्मेदार होना भी महत्वपूर्ण है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ शुक्रवार को भोपाल में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने उपाधि प्राप्तकर्ता समस्त विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि प्राप्त ज्ञान का उपयोग सभी विद्यार्थी लोक कल्याण के लिए करेंगे। उन्होंने विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से उपस्थित थे।
समारोह में विश्वविद्यालय के 2018 से 2023 तक के 23 शोधार्थियों को उपराष्ट्रपति द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। इसके साथ ही मीडिया, मीडिया प्रबंधन, कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम के लगभग 450 विद्यार्थियों को विभिन्न विधाओं में उपाधि प्रदान की गयी। उपराष्ट्रपति द्वारा सत्र 2020-22 में विश्वविद्यालय के फिल्म प्रोडक्शन में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए वागेश्वरी नंदिनी को स्व. डॉ. अनिल चौबे स्मृति पदक, 21 हजार रुपये का चेक एवं प्रमाणपत्र, सत्र 2020-22 में एम.ए. विज्ञापन एवं जनसंपर्क पाठ्यक्रम में सर्वोच्च सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए श्वेता रानी को स्व. अम्बा प्रसाद श्रीवास्तव स्मृति पदक एवं प्रमाणपत्र और सत्र 2021-23 में विश्वविद्यालय के पत्रकारिता स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए अंजलि को स्व. डॉ. रामेश्वर दयाल तिवारी स्मृति पदक, 11 हजार रुपये का चेक एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तकनीकी व्यवधान के कारण कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से शामिल नहीं हो सके। सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक पीसी शर्मा एवं विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, विद्यार्थी उपस्थित थे।
कुलपति डॉ. केजी सुरेश ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय एशिया का प्रथम एवं देश का सबसे बड़ा पत्रकारिता विश्वविद्यालय है, जो विगत 32 वर्षों से पत्रकारिता, प्रसारण पत्रकारिता, जनसंपर्क एवं विज्ञापन, फिल्म अध्ययन, जनसंचार, पुस्तकालय विज्ञान, मीडिया प्रबंधन, कंप्यूटर विज्ञान और अनुप्रयोग, नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और संचार शोध विषयों में शिक्षण- प्रशिक्षण देता है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत रोजगारमूलक फिल्म अध्ययन और चलचित्र विभाग स्थापित किया गया है। हिंदी के प्रथम समाचार पत्र उदंत मार्तण्ड के संस्थापक संपादक पंडित जुगल किशोर शुक्ल की स्मृति में देश का प्रथम डिजिटल समाचार पत्र संग्रहालय ‘न्यूजियम’ बनाने का भी सैद्धांतिक निर्णय लिया है।