पटना- 15 सितंबर। राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिस श्रीरामचरित मानस पर सदियों से राम-भक्त हिंदुओं की आस्था है, उस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बार-बार अनर्गल बयान देना विपक्षी गठबंधन के सनातन धर्म विरोधी एजेंडे का हिस्सा है। हिम्मत है तो मंत्री किसी दूसरे धर्म ग्रंथ पर टिप्पणी करके देखें।
सुशील मोदी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के इशारे पर जगदानंद और चंद्रशेखर ऐसे विद्वेषपूर्ण बयान दे रहे हैं। ये बयान बिहार में महागठबंधन के लिए ही सायनाइड साबित होंगे। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राजद का एक नेता तिलक लगाने वालों को ‘देशद्रोही’ बता रहा है, तो इनका एक मंत्री हिंदी दिवस पर हिंदी साहित्य के महत्वपूर्ण भक्तिकाव्य को “पोटैशियम सायनाइड” (विष) बता रहा है। संवैधानिक पद बैठे चंद्रशेखर के सार्वजनिक भाषणों की “हेट स्पीच हिस्ट्री” को देखते हुए उन पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए और उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के 14 लोकप्रिय टीवी ऐंकरों का बहिष्कार करने का विपक्षी गठबंधन का निर्णय बताता है कि कांग्रेस आज भी आपातकाल की मानसिकता में जी रही है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस, राजद, जदयू, टीएमसी, द्रमुक सहित 26- गैर-भाजपा दल यदि गलती से भी सत्ता में आ गए, तो प्रेस की आजादी खतरे में पड़ जाएगी। बार-बार लोकतंत्र और संविधान की दुहाई देने वाले लोग मीडिया के उस वर्ग के प्रति असहिष्णु हैं, जो इनसे असहमत है या इन्हें आईना दिखाता है।