भोपाल- 08 जनवरी। देश के सबसे स्वच्छतम शहर और मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में आगामी 8 से 10 जनवरी तक 17वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विश्व में रह रहे हजारों प्रवासी भारतीय शामिल होंगे। दरअसल, प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) प्रतिवर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 2002 में प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की घोषणा की थी। यह दिन महात्मा गांधी की भारत वापसी का प्रतीक है। गांधीजी वर्ष 1915 में दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे।
पहला प्रवासी भारतीय दिवस वर्ष 2003 में मनाया गया था। यह दिन भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान का प्रतीक है। वर्ष 2015 से पीबीडी का द्विवार्षिक आयोजन हो रहा है। इस विषय पर भारतीय प्रवासी समुदायों के योगदान को पहचानने के लिए विशेष सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं। पीबीडी सम्मेलन विश्व के 110 देशों के भारतीय प्रवासी समुदायों को परस्पर मेलजोल और वैचारिक आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करता है, जिससे विश्व में रहने वाले प्रवासी भारतीयों में विश्वास और सद्भावना का वातावरण बनता है। हर साल पीबीडी सम्मेलन पूरे भारत में विभिन्न स्थानों पर मनाया जाता है।
अतीत में इस सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर अनेक राष्ट्र के राष्ट्रध्यक्षों और दुनिया भर से आए गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया है। विभिन्न राष्ट्रों से आए सैकड़ों एनआरआई और पीआईओ की उत्साही भागीदारी इस सम्मेलन की सफलता का प्रतीक है।
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मान—
जनसम्पर्क अधिकारी बबीता मिश्रा ने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार (पीबीएसए) भी प्रदान किए जाते हैं। प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार अनिवासी भारतीय, भारतीय मूल के व्यक्ति को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। यह पुरस्कार अनिवासी भारतीय द्वारा स्थापित और संचालित किसी संगठन या संस्था को भी दिया जाता है। यह पुरस्कार विदेश में भारत के बारे में बेहतर समझ बनाने, भारत के कारणों का समर्थन करने और स्थानीय भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए काम करने के लिए भारतीय डायस्पोरा के योगदान को याद करने के लिए प्रदान किया जाता है।
अब तक 269 प्रवासी सदस्यों को पीबीएसए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, जिसमें व्यक्तिगत और साथ ही संगठन दोनों शामिल हैं। वर्ष 2021 के लिए, दुनिया के 26 देश में कार्य कर रहे 15 भारतीय राज्य से संबंधित व्यक्तियों और संगठनों को कुल 30 पुरस्कार प्रदान किए गए थे। ये पुरस्कार व्यवसाय,सार्वजनिक/सामुदायिक सेवाओं, चिकित्सा,भारतीय संस्कृति,शिक्षा,विज्ञान और प्रौद्योगिकी आदि के क्षेत्र में प्रदान किए गए।