MADHUBANI:- डीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक, कहा- आगनबाड़ी केन्द्रों में पोषाहार का वितरण ससमय पूरी पारदर्शिता के साथ कराऐं और भवन के लिए ए भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश

मधुबनी- 15 सितंबर। जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिले में बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई। जिलधिकारी ने समीक्षा के क्रम मे कहा कि शत प्रतिशत आंगनबाड़ी केंद्र को क्रियाशील रहे,इसे हर हाल में सुनिश्चित करे। उन्होंने डीपीओ को निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भूमि उपलब्धता को लेकर सीओ की बैठक में नियमित रूप से समीक्षा करवाये, साथ ही जहाँ भूमि उपलब्ध हो गई है,वहाँ भवन बनाने हेतु तेजी से करवाई करे। उन्होंने पोषण ट्रैकर के विभिन्न मानकों,सूचकांक में शत प्रतिशत उपलब्धि के लिए निर्देश दिया। पोषण ट्रैकर पर टीएचआर एवं एचसीएम की इंट्री में लखनौर एवं लदनियां का निम्न प्रदर्शन पाया गया। वहीं पोषण अभियान आंदोलन डैशबोर्ड में झंझारपुर एवं फुलपरास का अच्छा प्रदर्शन है। जबकि लदनिया,घोघरडीहा एवं बेनीपट्टी का निम्न प्रदर्शन पाया गया। उन्होंने निम्न प्रदर्शन करने वाली सभी सीडीपीओ को अगली बैठक में सुधार करने का निर्देश दिया। जिलधिकारी द्वारा सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को यह भी निर्देश दिया गया कि अपने संबंधित प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आयोजित बीएलटीएफ की बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि डायरिया उन्मूलन को लेकर जिले में चलाये जा रहे अभियान में सभी सीडीपीओ महत्वपूर्ण भूमिक निभाये। डायरिया से बचाव को लेकर आंगनबाड़ी केन्द्रोके माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार करे। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वच्छता विशेषकर हैंडवाश को लेकर जागरूकता अभियान चलाए। उन्होंने कहा कि सिर्फ अच्छी तरह से हैंडवाश करके हम कई बीमारियॉ से अपना बचाव कर सकते है। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वे स्वयं अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करेंगे और लापरवाही करने वाले पर कार्रवाई होगी। ऐसे में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का समय से खुलना सुनिश्चित करें। जिलधिकारी ने निर्देश दिया कि कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर टैग किए गए बच्चों का प्रत्येक माह ऊंचाई और वजन लेकर पंजी में संधारित किया जाए। जिलाधिकारी ने बच्चों के ऊँचाई एवं वजन मापने एवं ग्रोथ मॉनिटरिंग को लेकर सभी एलएस सहित सभी सेविकाध्सहायिका को प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया। इसके लिए संबंधित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अपने अधीनस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से इसका अनुपालन सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में नल जल योजना सुचारू रूप से चल रही है, वहां नल का कनेक्शन अचूक रूप से करवाएं। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों पर शौचालय रहने और उसे क्रियाशील बनाए रखने के भी निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने पोषण ट्रेकर पर सभी संबंधित आंकड़ों को समय से अपलोड करने पर जोर देते हुए कहा कि सभी महिला पर्यवेक्षक भ्रमणशील रह कर आंगनवाड़ी केंद्रों की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए रखें। उन्होंने लापरवाही बरतने पर महिला पर्यवेक्षकों के मानदेय कटौती की बात भी कही। समीक्षा के क्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण में खजौली,जयनगर,झंझारपुर सीडीपीओ का निम्न प्रदर्शन पता गया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी सीडीपीओ लक्ष्य के अनुरूप आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करे साथ ही यह सुनिश्चित करे कि निरीक्षण का सकारात्मक परिणाम भी नजर आए। उक्त बैठक में डीपीआरओ परिमल कुमार,डीपीओ आईसीडीएस सहित जिले के सभी प्रखंडों की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी,एलएस आदि मौजूद थी।

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Author: lakshyatak

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