रांची- 05 नवम्बर। राजधानी रांची के बरियातू स्थित सेना की जमीन की खरीद-बिक्री मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रांची के पूर्व डीसी सहित कई अधिकारियों को तलब कर सकता है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार न्यूक्लियस मॉल के मालिक विष्णु अग्रवाल सेना की जमीन के सौदे के लिए ईडी की निशाने पर है। ईडी को संदेह है कि बिल्डर और व्यवसायी विष्णु अग्रवाल ने अपने व्यवसायिक काम के लिए रांची में सेना की कई अन्य भूमि पर भी अतिक्रमण किया है। शुक्रवार को छापे के दौरान एजेंसी ने कई भूमि दस्तावेज जब्त किए और यह संदेह है कि सेना की जमीन को कहीं और हड़पने के लिए इसी तरह के तौर-तरीकों को अपनाया गया था, जैसा कि बरियातू में सेना की जमीन के मामले में देखा गया था। सेना और निजी व्यक्तियों के कब्जे वाली भूमि की बिक्री और खरीद से संबंधित कुछ दस्तावेजों को ईडी के द्वारा जब्त कर लिया गया है। आने वाले दिनों में ईडी रांची के पूर्व डीसी और संबंधित राजस्व अधिकारियों से इस संबंध में पूछताछ कर सकती है।
उल्लेखनीय है कि बरियातू जमीन मामले में ईडी ने शुक्रवार को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, विष्णु अग्रवाल, दो सब रजिस्ट्रार बैभव मणि त्रिपाठी और घासी राम पिंगुआ के अलावा विक्रेता प्रदीप बागची के कुल 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस मामले में बिल्डर और व्यवसायी विष्णु अग्रवाल के कनेक्शन की जांच चल रही है। बताया जाता है कि विष्णु अग्रवाल और अमित अग्रवाल ने यहां अपार्टमेंट और एक बैंक्वेट हॉल बनाने की योजना बनाई थी।
विष्णु अग्रवाल, जो मूल रूप से बंगाल के झालदा के निवासी हैं, इनका विवादित भूमि को हासिल करने का एक पुराना इतिहास है। फरवरी 2018 में, उन्होंने महुआ मित्रा और संजय कुमार घोष से 3.75 एकड़ जमीन खरीदी और 24.37 करोड़ रुपये का भुगतान किया। यह जमीन सिरमटोली चौक पर स्थित एक प्रमुख भूमि है और यह भूमि सेना के कब्जे में है। इसी तरह उन्होंने कुगरू में 9.3 एकड़ खासमहल जमीन खरीदी थी। जमीन के दस्तावेज जाली थे और जांच के आदेश दिए गए थे।
