पटना- 22 जून। ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवाँ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नजरे आलम ने मिडिया से बात करते हुए कहा के कल 23 जून को पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की अध्यक्षता में भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता की बैठक होने जा रही है। यह बैठक 2024 के लोकसभा चुनाव की दशा दिशा तय करेगी। यह बैठक यह भी तय करेगा के भाजपा को सत्ता से कैसे उखाड़ फेंकना है। यही कारण है के नीतीश कुमार की अगुवाई में कल 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी एकता की बैठक से पहले ही भाजपाईयों ने हार मान ली है, सारे भाजपाई नेताओं की बौखलाहट बताती है के उनके द्वारा किए गए कुकृतों से जनता आगे उनको मौका नहीं देने जा रही है। खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचने वाला हाल हो चुका है भाजपाईयों का। पता नहीं कितनी बेशर्मी से भाजपाई नेता नीतीश कुमार के खिलाफ बोलते हैं बिहार में जब दो तीन सीट की औकात नहीं थी तो यही नीतीश कुमार के बदौलत और नीतीश जी की गुलामी करके आज बोलने की औकात दिखा पा रहे हैं भाजपाई। अब वो दिन दूर नहीं जब जनता भाजपाईयों को सड़कों पर दौड़ा दौड़ा कर “9 साल देश का बुरा हाल” का हिसाब चुकता करेगी। नीतीश कुमार बिहार की राजनीति के चाणक्य तो हैं ही इन दिनों विपक्षी एकजुटता मामले में भी देश की राजनीति में चाणक्य की भूमिका निभा रहे हैं। 2024 के चुनाव से पहले भाजपाई नेताओं की तिलमिलाहट, बौखलाहट और ऊलजलूल बयानबाजी देखने योग्य है। इस बौखलाहट से विपक्षी एकता को कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि विपक्ष और भी अधिक मजबूत होगा।