महाराष्ट्र: ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल से स्कूल बसें भी बंद,पेट्रोल पंपों पर भीड़,सब्जियां हुई महंगी

मुंबई- 02 जनवरी। हिट एंड रन कानून के विरुद्ध ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल की वजह से मुंबई सहित कई शहरों में स्कूल बसें भी बंद कर दी गई हैं। भाजी बाजार में ताजा सब्जी न पहुंचने भाजी तकरीबन 50 फीसदी से ज्यादा महंगी हो गई हैं। हड़ताल का असर पेट्रोल पंपों पर पड़ा है और लगभग सभी पेट्रोल पंपों पर वाहनों की भारी भीड़ लगने लगी है। संभाजीनगर जिले में डीजल -पेट्रोल उपलब्ध न होने की वजह से पेट्रोल पंप बंद कर दिए गए हैं। हालांकि मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने पानी टैंकर आपूर्ति नियमित रखने के लिए टैंकर वाहन चालकों को पुलिस संरक्षण देने की घोषणा की है।

केंद्र सरकार के हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रक ड्राइवर सड़कों पर उतर आए हैं। हालांकि ट्रांसपोर्ट यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि आज शाम हड़ताल की अधिकृत घोषणा की जाएगी। लेकिन ट्रक चालकों ने मुंबई सहित कई जिलों में सोमवार से ही चक्काजाम आंदोलन शुरू कर दिया है। आंदोलन के कारण कई जगहों पर यातायात प्रभावित हुआ है। स्कूल बस संगठन ने मंगलवार से स्कूल बसों को बंद रखने का निर्णय लिया। इससे आज छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

स्कूल बस मालिकों ने कहा है कि पेट्रोल पंपों पर डीजल उपलब्ध नहीं होने के कारण स्कूल बसें सड़कों पर नहीं चलेंगी। स्कूल बस मालिकों ने इस संबंध में स्कूलों के साथ-साथ संबंधित छात्रों को भी सूचित कर दिया है।

केंद्र सरकार द्वारा हिट एंड रन कानून में बदलाव का असर पूरे देश में हो रहा है। ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल का अमरावती की सब्जी मंडी पर भी बड़ा असर पड़ रहा है। रोजाना की सब्जी सप्लाई की तुलना में सब्जियों की आवक 30 फीसदी कम हो गई है। जिले के बाहर से सब्जियां बाजार में नहीं पहुंचने के कारण सब्जियों की कीमत तकरीबन 50 फीसदी बढ़ गयी है।अमरावती मंडी में प्रतिदिन 35 से 40 ट्रक सब्जियां लेकर आते हैं। हालांकि, व्यापारियों ने बताया कि आज आठ से दस ट्रक आये हैं। टमाटर कैरेट की कीमत में आज 150 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।

हड़ताल के कारण संभाजीनगर और अहमदनगर शहर के कई पेट्रोल पंप बंद हैं। पेट्रोल पंप के सामने पेट्रोल-डीजल खत्म होने का बोर्ड लगा दिया गया है। नासिक में पेट्रोल और डीजल भराने के लिए नागरिकों की भारी भीड़ देखी जा रही है। पेट्रोल-डीजल भराने के लिए करीब दो से तीन घंटे तक लाइन में लगना पड़ता है। ट्रक चालकों की हड़ताल की वजह से शहरों में दूध की आपूर्ति भी कम हुई है।

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Author: lakshyatak

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