पूर्णिया- 19 अक्तूबर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाकर महादलित समुदाय को सम्मान देने का काम किया, लेकिन मांझी ने अपने समुदाय के हित में कोई काम नही किया। ऐसे लोग महादलित समुदाय का नेता होने का दावा करते हैं, इनके झांसे में नही आना है।इससे उलट नीतीश कुमार ने हमेशा महादलितों-दलितों के उत्थान के लिए काम किया। आज हमारा समाज विकास के पथ पर अग्रसर है, यह सब नीतीश जी की देन है। उक्त बातें बिहार सरकार के काबीना मंत्री रत्नेश सदा ने पूर्णिया आर्ट गैलरी में जिला विकास मित्र संघ द्वारा आयोजित धन्यवाद सह सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही।
सदा ने कहा कि आज राज्य में जो विकास का रोड मैप बनता है, तो उसमें दलितों-महादलितों का खास ख्याल रखा जा रहा है। इसी कड़ी में विकास मित्र और तालीमी मरकज के मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि की गई है। आपकी जिम्मेदारी है कि हमारे समाज के जो लोग आज भी विकास से दूर हैं, उन्हें विकास की धारा से जोड़ें। कहा कि पहले हमारे पूर्वजों की क्या स्थिति थी, हमारी स्थिति पशुओं से भी बदतर थी। लेकिन, हमारे नेता नीतीश कुमार की वजह से आज हमारी स्थिति काफी बेहतर हुई है।
समारोह को संबोधित करते हुए सांसद संतोष कुशवाहा ने कहा कि नीतीश जी के राज में न्याय के साथ विकास हो रहा है।आज बिहार में नौकरियों की बहार है क्योंकि यहां नीतीश कुमार की सरकार है। हम किसान,मजदूर,युवा,महिला सबों के हित की बात करते हैं।दलितों-महादलितों और अतिपिछड़ों को पंचायती राज व्यवस्था में आरक्षण मिला तो उसका परिणाम देखिए,गरीबों की बेटियां और बहू भी प्रमुख,मुखिया और जिला पार्षद बन रही है। अब जाति आधारित गणना हुई है तो उसके आंकड़े के आधार पर विकास का रोड मैप तैयार होगा और आर्थिक रूप से पिछड़ों की संख्या के अनुसार भागीदारी तय होगी।