नई दिल्ली- 04 मई। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के पास सेना का एक एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना के बाद दोनों पायलटों और एक अन्य कर्मी को चोटें आईं, जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया। उनका इलाज उधमपुर के कमांड अस्पताल में चल रहा है। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में अभियान पर था। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं।
भारतीय सेना के उत्तरी कमान मुख्यालय ने अपने बयान में कहा कि आज सुबह लगभग 11:15 बजे आर्मी एविएशन के एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में मरुआ नदी के तट पर एक ऑपरेशनल मिशन पर एहतियाती लैंडिंग की। इनपुट्स के मुताबिक पायलटों ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को तकनीकी खराबी की सूचना दी थी और एहतियाती लैंडिंग के लिए आगे बढ़े। उबड़-खाबड़ जमीन, अंडर ग्रोथ और लैंडिंग क्षेत्र की तैयारी न होने के कारण हेलीकॉप्टर ने स्पष्ट रूप से एक कठिन लैंडिंग की।
भारतीय सेना ने बयान में बताया कि तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया और सेना की बचाव टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। विमान में दो पायलट और एक टेक्नीशियन सवार थे। तीनों घायल कर्मियों को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया है। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का मलबा नाले के किनारे पाया गया है। उड़ान के दौरान आई तकनीकी खराबी का फिलहाल कारण नहीं पता चल सका है, इसलिए इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है।
जम्मू और कश्मीर में एक सप्ताह से कम दृश्यता के साथ खराब मौसम का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के ख़राब मौसम और उबड़-खाबड़ इलाकों के कारण सीमावर्ती क्षेत्र में जवानों को राशन या अन्य सामानों की आपूर्ति करने का एकमात्र स्रोत हेलीकॉप्टर बन जाता है। दूरस्थ और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां कोई मोबाइल फोन कनेक्टिविटी नहीं है। क्षेत्र में पिछले दो-तीन दिनों से बारिश, बर्फबारी और बादल छाए रहने का क्रम बना हुआ है।