रायपुर- 03 फरवरी। वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी को केंद्र सरकार ने भारतरत्न देने का निर्णय लिया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि ऐसा लगता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रायश्चित स्वरूप लालकृष्ण आडवानी को भारत रत्न देने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी के बाद आडवानी भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के स्वाभाविक दावेदार थे, लेकिन नरेन्द्र मोदी ने अपने पूंजीपति मित्रों के धन के बल पर आडवानी की दावेदारी को पीछे धकेल दिया था। जिसके कारण आडवानी काफी आहत थे तथा गुरू को धोखा देने के कारण मोदी की आलोचना भी होती रही है। आडवानी को श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी जाने से रोक दिया गया था, अब उसी सब के प्रायश्चित स्वरूप उनको भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है।
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अभी तक जिन भी महापुरुषों को भारत रत्न दिया गया है। आजादी के लड़ाई से लेकर आजादी के बाद देश के नवनिर्माण में उनके योगदान के कारण भारत रत्न दिया गया है, कभी कोई सवाल खड़ा नहीं किया गया। इंदिरा गांधी पाकिस्तान के दो टुकड़े करने को लेकर अदम्य बहादुरी का परिचय दिया था, इसलिये उनको भारत रत्न दिया गया। स्व. राजीव गांधी इस देश में आईटी और नवाचार के कारण भारत रत्न दिया गया। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी देश में परमाणु संरक्षण और परमाणु विस्फोट के लिये उन्हें भारत रत्न दिया गया। जितने भी महानुभवों को भारत रत्न दिया सबका देश के नवनिर्माण में अभूतपूर्व योगदान रहा है।
