मधुबनी- 09 नवंबर। राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर गुरुवार को जिला कोर्ट में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभात फेरी से हुई। बाद में कार्यशाला का आयोजन हुआ। मौके पर जिला जज अनामिका टी ने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। धन्ना सेठ हो या सड़क पर फल बेचने वाला दोनों के लिए संविधान में एक समान कानून की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि वैसे व्यक्ति जिनके पास कोई संसाधन नहीं है वहां तक कानून की अलख जगाने के लिए 9 नवंबर 1995 को राष्ट्रीय विधिक सेवा की स्थापना की गई थी। जन-जन तक कानून की जानकारी पहुंचाने में पारा लीगल वालंटियर की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। पीएलवी को उन्होंने आईडी कार्ड पहनाकर हौसला बढ़ाया। पैनल लॉयर के रूप में महत्वपूर्ण मुकदमा का निष्पादन करने के लिए अधिवक्ता रामशरण साह एवं अजय आनंद को प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। अधिवक्ता रामशरण साह को अमेरिकन नागरिक क्यूंग डेविड दुहयन सहित हत्या जैसे कई अन्य आपराधिक मामलों का निपटारा कराने के लिए पुरस्कृत किये गये। प्रशिक्षु आईएएस पार्थ गुप्ता ने मिथिला पेंटिंग बनाने वाले कलाकारों को उनका वाजिब हक दिलाने में पीएलवी से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपील की। प्रभात फेरी में डीएलएसए के सचिव तेज कुमार प्रसाद,एडीजे अनिल कुमार मिश्रा,पुनीत मालवीय,वेद प्रकाश मोदी,संकाश चंद्र,गौरव आनंद,दिवेश कुमार,राघवेंद्र विक्रम सिंह परमार,सैयद मो. फजलुल बारी,सबजज अनूप सिंह,अंजनी कुमार गोंड,विश्वजीत कुमार,कुमारेश, मो.शोएब,सुशांत चक्रवर्ती आदि मौजूद थे।
